जयंती से पहले प्रशासन ने JPNIC पार्क को किया सील, बंद गेट पर भी लगा दी टीन की दीवार
राहुल शर्मा/एस.के.बाजपेई
Lakhnow(यूपी)। योगीजी तो ऐसे नही हैं। धार्मिक हैं, सात्विक हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने अपनी विचारधारा और पार्टी के लिहाज से धुर विरोधी रहे नेताजी (मुलायम सिंह यादव) तक को श्रद्धांजलि दी थी। लेकिन उनके राज में भला कैसे किसी लोकनायक का ऐसा निरादर कोई सरकारी अमला कर सकता है ? अपमान भी जयंती से ऐन पहले। दरअसल, कल लोक नायक जयप्रकाश नारायणजी की जयंती है। जयप्रकाश नारायण वो शख्सियत हैं जिन्होंने केंद्र की मोदी सरकार में शामिल पार्टी मुखिया और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चंद्रशेखर, नेताजी मुलायम सिंह यादव समेत न जाने कितने ही देश को बनाने और देश की राजनीति में अहम योगदान देने वालों को उभारने का काम किया था। कई मायनों में खुद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई भी उनके अनुयाई थे। लेकिन शुक्रवार यानि 11 अक्टूबर को उनकी जयंती से ऐन पहले बृहस्पतिवार की रात अचानक लखनऊ प्रशासन का जयप्रकाश नारायण इंटरनेशन सेंटर को सील कर देना न सिर्फ देश के पुरोधा जयप्रकाश नारायण का अपमान है, बल्कि उन तमाम लोगों की भावनाओं को भी आहत करने वाला है जो जेपी के सिद्धांतों को पढ़कर आज भी देश के लिए कुछ न कुछ करने की कोशिश में जुटे हैं। योगीजी आपको संज्ञान लेना चाहिए प्रशासन की इस हरकत का।
ये किया प्रशासन ने
बृहस्पतिवार की रात अचानक जय प्रकाश नारायण इंटरनेशन सेंटर को चारों ओर से पुलिस ने घेर लिया। इसके बाद करीब दो दर्जन मजदूर वहां टीन शेड लेकर पहुंचे और उसके मुख्य द्वार को ऊपर तक टीन की दीवारों से ढक दिया। ऐन जयप्रकाश नारायण जी की जयंती से पहली रात पुलिस की मौजूदगी में ऐसा होना निश्चित तौर पर कई सवाल खड़े करने वाला है।
सपा प्रमुख का रिएक्शन
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रशासन की इस हरकत वाले वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर करते हुए सवाल उठाया है। अखिलेश यादव ने लिखा कि किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं है।
सपा ने सरकारी अमले को बताया अपना कार्यक्रम
अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद ही समाजवादी पार्टी की तरफ से एक चिट्ठी जो लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सहित तमाम उच्चाधिकारियों को भेजी गई थी वो वायरल होने लगी। इस चिट्ठी में प्रशासन को अवगत कराया गया है कि शुक्रवार की सुबह अखिलेश जयप्रकाश नारायण को उनके जन्मदिन पर श्रद्धांजलि देने के लिए आएंगे। चिट्ठी में जिक्र किया गया है कि अखिलेश को जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई है, लिहाजा इस दौरान उनकी सुरक्षा के इंतजाम जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर के आस-पास किए जाएं।
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जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर का गेट
जानकारी के अनुसार, ये टिन शेड लखनऊ के जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) के गेट पर लगाई जा रही हैं। कल यानी शुक्रवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का यहां कार्यक्रम है। 11 अक्टूबर को जय प्रकाश नारायण के जन्मदिन पर वह श्रद्धांजलि देने JPNIC जाने वाले हैं।
पिछली बार गेट फांदकर अखिलेश ने दी थी श्रद्धांजलि
यदि बीते साल की बात करें तो पिछले साल भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव 8 फीट ऊंचे गेट को कूदकर माल्यार्पण के लिए पहुंचे थे। हालांकि अखिलेश यादव को जेपीएनआइसी जाने से रोकने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने गेट पर ताला लगा दिया था। लोहे की चादर भी दीवार पर लगाई गई थी। इस मामले में काफी राजनीति हुई थी। एलडीए ने इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था। सपा प्रमुख ने बीजेपी के इशारे पर उन्हें रोकने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी लोकनायक जयप्रकाश के बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महंगाई के खिलाफ छेड़े गए आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है।