Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जल्द दौड़ेगी विकास की लहर, नई योजनाओं के तहत काफी बदलाव देखने को मिलेंगे. नगर निगम में शामिल 88 गांवों को विकास से जोड़ने के लिए एक नई योजना तैयार की गई है। योजना के मुताबिक नगर निगम ने 2024-25 के लिए 79.10 करोड़ रुपये का बजट प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। इस बजट से गांवों में सड़क निर्माण, जल निकासी प्रणाली और अन्य विकास कार्यों को अंजाम दिया जाएगा।
कहा कितना खर्च होगा?
नगर निगम के चीफ इंजीनियर महेश वर्मा के अनुसार, सड़कों और ड्रेनेज सिस्टम के लिए लगभग 52 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने और 15 करोड़ रुपये की लागत से स्ट्रीट लाइट्स और व्यापारिक क्षेत्रों के आसपास के मेंटेनेंस का कार्य भी किया जाएगा।
हर तरह के विकास पर ध्यान
पार्कों के खूबसूरती, सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों के विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा। अन्य क्षेत्रों में विकास के लिए डीपीआर रिपोर्ट तैयार हो चुकी है।
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राजकीय होम्योपैथ कॉलेज में रिसर्च सेंटर की स्थापना
लखनऊ के राजकीय होम्योपैथ कॉलेज एवं अस्पताल में जल्द ही एक रिसर्च सेंटर की स्थापना की जाएगी। बजट प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है और शासन से बजट प्राप्त होते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. विजय पुष्कर ने बताया कि होम्योपैथी में लोगों का विश्वास तेजी से बढ़ रहा है, और गंभीर बीमारियों को दूर करने के लिए शोध आवश्यक तौर से किया जा रहा है।
रिसर्च जारी
फिलहाल कॉलेज में आर्थराइटिस और ह्यूमेराइटिस पर शोध चल रहा है। यह शोध अगले एक वर्ष तक चलेगा और उसके बाद इसे पब्लिश किया जाएगा। डॉ. आरके कश्यप ने बताया कि इस रिसर्च के लिए और ज्यादा बजट की जरुरत है ताकि पब्लिशिंग और अन्य खर्चे पूरे किए जा सकें।