Telangana tunnel accident: तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) की निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढहने से 8 मजदूर फंस गए हैं। शनिवार सुबह हुए इस हादसे के बाद से बचाव कार्य जारी है, लेकिन भारी मलबा और गाद के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में सफलता नहीं मिल पाई है। राहत कार्यों की निगरानी खुद Telangana मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी कर रहे हैं, जबकि मंत्री जे. कृष्णा राव ने स्वीकार किया कि मजदूरों के सुरक्षित निकलने की संभावना कम होती जा रही है।
बचाव कार्य में आ रही हैं बड़ी चुनौतियां
Telangana हादसे के वक्त सुरंग में लगभग 70 मजदूर काम कर रहे थे, जिनमें से अधिकतर बच निकलने में सफल रहे, लेकिन 8 मजदूर अब भी अंदर फंसे हैं। बचाव दल के अनुसार, सुरंग का आखिरी 200 मीटर का हिस्सा पानी और कीचड़ से भरा हुआ है, जिससे राहत कार्य बेहद मुश्किल हो गया है। मशीनों के लिए अंदर प्रवेश करना संभव नहीं है, इसलिए रबर ट्यूब और लकड़ी के तख्तों के सहारे बचाव दल आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है।
बचाव में कौन-कौन जुटा है?
रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ की चार टीमें, सेना के 24 जवान, Telangana एसडीआरएफ के कर्मी और एससीसीएल के 23 विशेषज्ञ लगे हुए हैं। अब तक राहत दल 13वें किलोमीटर तक पहुंचने में सफल रहा है, लेकिन मजदूरों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
मशीन टूटने से बढ़ी परेशानी
एनडीआरएफ अधिकारियों के अनुसार, सुरंग खोदने वाली टनल बोरिंग मशीन (TBM) हादसे में क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके टुकड़े सुरंग के भीतर बिखरे हुए हैं, जिससे राहत कार्य और कठिन हो गया है। वहीं, राज्य सरकार और प्रशासन लगातार मजदूरों की सलामती की प्रार्थना कर रहे हैं।