- विज्ञापन -
Home Business पीएम मोदी का चीन पर निशाना, कहा- 5 साल के बच्चे विदेशी...

पीएम मोदी का चीन पर निशाना, कहा- 5 साल के बच्चे विदेशी खिलौनों से न खेलने का ले रही संकल्प

- विज्ञापन -

PM Narendra Modi Speech: आजादी के 75 साल पूरे होने पर आज 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले (Red Fort) से झंडा फहराया और देश को संबोधित करते हुए कईं योजनाओं और आत्मनिर्भर की ओर बढ़ते भारतीयों के प्रयास की सराहना की है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में पड़ोसी देश चीन का नाम लिए बिना ही जोरदार हमला बोला है। पीएम ने कहा, आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वदेशी का मंत्र जरूरी है। उन्होंने कहा आज हमारे पांच-पांच साल के बच्चे संकल्प ले रहे हैं कि विदेशी खिलौनों से नहीं खेलना है। पीएम ने कहा,  आत्मनिर्भर भारत, ये हर नागरिक का, हर सरकार का, समाज की हर एक इकाई का दायित्व बन जाता है।

विदेशी कंपनियां भारत आ रही हैं, सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजनाओं का लाभ उठा रही हैं: PM मोदी

आत्मनिर्भर भारत ये सरकारी एजेंडा या सरकारी कार्यक्रम नहीं है ये समाज का जनआंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा, गुलामी की मानसिकता को हमें तिलांजली देनी पड़ेगी, अपने सामर्थ्य पर भरोसा करना होगा। हमारे नौजवान ज नई नई खोज के साथ दुनिया के सामने आ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब विदेशी कंपनियां भारत आ रही हैं, सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजनाओं (PLI Schemes) का लाभ उठा रही हैं और अपने साथ अपने साथ टेक्नोलॉजी लेकर आ रही हैं।

25 साल में विकसित भारत बना कर ही रहना है: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘जब सपने बड़े होते हैं… जब संकल्प बड़े होते हैं तो पुरुषार्थ भी बहुत बड़ा होता है। शक्ति भी बहुत बड़ी मात्रा में जुट जाती है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज जब अमृत काल की पहली प्रभात है, हमें इस 25 साल में विकसित भारत बना कर ही रहना है।अपनी आंखों के सामने इसे कर के दिखाना है।” पीएम मोदी ने कहा कि हम जल्दी ही कनेक्टिविटी के मामले में एक कदम और आगे बढ़ने वाले हैं और जल्दी ही 5जी सर्विस की शुरुआत हो जाएगी।

स्वदेशी से स्वराज का नारा

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ना होगा और इसके लिए स्वदेशी का मंत्र जरूरी है। उन्होंने महर्षि अरविंद को याद करते हुए कहा कि आज उनकी जयंती है और उन्होंने स्वदेशी से स्वराज का नारा दिया था। उन्होंने कहा कि बीते 75 सालों से हमारे कान जिस आवाज के लिए तरस रहे थे, आज वह पूरा हुआ है। 

 

 

- विज्ञापन -
Exit mobile version