7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी के साथ साथ हाउस रेंट अलाउंस (HRA) में भी बढ़ोत्तरी होने वाली है। मौजूदा स्थिति में केंद्रीय कर्मचारियों को शहर की कैटेगरी के हिसाब से हाउस रेंट दिया जाता है। ये हाउस रेंट अलाउंस कर्मचारी की बेसिक सैलरी के हिसाब से तय किया जाता है।
HRA की गणना करने का एक फार्मूला है। इसके तहत सरकार द्वारा शहरों और कस्बों को X, Y और Z श्रेणी में बांटा गया है। X श्रेणी में 27 फीसदी, Y श्रेणी में 18 फीसदी और Z श्रेणी में 9 फीसदी हाउस रेंट अलाउंस दिया जाता है। कर्मचारी की बेसिक सैलरी के हिसाब से हाउस रेंट अलाउंस तय होता है।
3 कैटेगरी में बांटे शहर, कितना मिलेगा HRA?
1. X कैटेगरी में
दिल्ली, अहमदाबाद, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, चेन्नई और कोलकाता को इस कैटेगरी में शामिल किया गया है। यहां काम करने वाले कर्मचारियों को बेसिक सैलरी का 27 फीसदी HRA मिलता है।
2. Y कैटेगरी में
पटना, लखनऊ, विशाखापत्तनम, गुंतूर, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, चंडीगढ़, रायपुर, राजकोट, जामनगर, वडोदरा, सूरत, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, रांची, जम्मू, श्रीनगर, ग्वालियर, इंदौर, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, कोल्हापुर, औरंगाबाद, नागपुर, सांगली, सोलापुर, नासिक, नांदेड़, भिवडी, अमरावती, कटक, भुवनेश्वर, राउरकेला, अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, मुरादाबाद, मेरठ, बरेली, अलीगढ़, आगरा, लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, गोरखपुर, फिरोजाबाद, झांसी, वाराणसी, सहारनपुर जैसे शहर Y कैटेगरी में शामिल हैं। इन शहरों में रहने वाले कर्मचारियों को बेसिक सैलरी का 18 फीसदी HRA दिया जाता है।
3. Z कैटेगरी में
X और Y कैटेगरी के शहरों के अलावा जितने भी शहर हैं, सभी को Z श्रेणी में रखा गया है। इन शहरों में काम करने वाले कर्मचारियों को बेसिक सैलरी का 9 फीसदी HRA मिलता है।
कैसे बढ़ेगा कर्मचारियों का HRA?
आपको बता दें कि हाउस रेंट अलाउंस में अगला रिविजन मार्च 2024 में होगा। महंगाई भत्ता 50 फीसदी होने के बाद HRA की अधिकतम मौजूदा दर X कैटेगरी के शहरों में 27 फीसदी से बढ़कर 30 फीसदी हो जाएगी। Y श्रेणी में मौजूदा दर को 2% बढ़ाकर 18 से 20% किया जाएगा। आखिरी कैटेगरी यानी Z कैटेगरी वाले कर्मचारियों को 1 फीसदी बढ़ाकर 10% HRA मिलेगा।