Paytm Payments Services Limited: पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जहाँ एक तरफ आरबीआई ने Paytm Payments Bank की विभिन्न सर्विस पर 29 फरवरी के बाद से बैन लगाने की घोषणा की हैं तो वहीं दूसरी ओर भारत सरकार ने पीपीएसएल के चीन के साथ रिश्तों पर जांच शुरू कर दी है। बता दें सरकार अब कंपनी के चीन के साथ प्रत्यक्ष रूप से विदेशी निवेश की जांच करने में जुट गई है। दरअसल, पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड (पीपीएसएल) ने तीन साल पहले नवंबर 2020 में भुगतान एग्रीगेटर के रूप में काम के लिए रिजर्व बैंक के पास लाइसेंस माँगने के लिए आवेदन किया था।
RBI ने आवेदन कर दिया था खारिज
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नवंबर 2022 में पेटीएम लिमिटेड के आवेदन को सीरे से खारिज कर दिया और इसे फिर से जमा करने को कहा, जिससे एफडीआई नियमों का अनुपालन हो सके। बता दें वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड का चीनी फर्म एंट ग्रुप कंपनी के साथ साझा निवेश है। ऐसे में आवेदन खारिज होने के बाद कंपनी ने एफडीआई गाइडलाइंस के निर्धारित प्रेस नोट तीन का अनुपालन करते हुए वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) से कंपनी में विगत निवेश के लिए सरकार के साथ 14 दिसंबर 2022 को जरूरी आवेदन पत्र दायर किया था।
सरकार की मंजूरी है अनिवार्य
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक एक आंतरिक मिनिस्ट्रियल कमेटी पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड (पीपीएसएल) में चीन के साथ निवेश की जांच कर रही है जिसके बाद गहन अध्ययन व व्यापक जांच के बाद एफडीआई के मुद्दे पर सख्त निर्णय किया जाएगा। प्रेस नोट 3 के जरिए केंद्र सरकार ने भारत के साथ किसी भी भूमि सीमा साझा करने वाले देशों से विदेशी निवेश से पूर्व उसकी अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया था। जिसका मुख्य उद्देशय कोविड-19 महामारी के प्रकोप बाद घरेलू क्षेत्र में कंपनियों के अवसरवादी अधिग्रहण को खत्म करना था।
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