Budget 2024 : पिछले एक साल में शेयर मार्केट में काफी तेजी देखने को मिली है। इस दौरान म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि पिछले एक साल में इक्विटी, कई क्षेत्रीय और थेमेटिक म्यूचुअल फंड और इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) ने 30 प्रतिशत से अधिक का वार्षिक रिटर्न दिया है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (एएमएफआई) के दिसंबर 2023 के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2023 में प्रबंधन के तहत डोमेस्टिक म्यूचुअल फंड की नेट संपत्ति (AUMs) पहली बार 50 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गई थी। वहीं मासिक SIP भी एक महीने में 17,610 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
एएमएफआई (Association of Mutual Funds of India) के अध्यक्ष नवनीत मुनोट ने जनवरी की शुरुआत में कहा था कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री अपने अगले माइलस्टोन 100 लाख करोड़ रुपये के AUM और 10 करोड़ निवेशकों के लिए तैयार है।
वित्त मंत्री से निवेशकों को कई अपेक्षाएं
कई नए निवेशक म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में अपना पैसा निवेश करने के लिए आ रहे हैं। 1 फरवरी, 2024 को बजट (Finance Minister Nirmala Sitharaman) पेश किया जाना है, ऐसे में वित्त बजट 2024 (Budget 2024) से उनकी अपेक्षाओं के संबंध में कई फंड प्रबंधकों से बात की गई।
एलआईसी म्यूचुअल फंड के ऋण सीआईओ मार्ज़बान ईरानी (Marzban Irani) को अंतरिम बजट में किसी भी अग्रणी नीति घोषणा की उम्मीद नहीं है, हालांकि उनका मानना है कि सरकार द्वारा अपरंपरागत कदमों की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है।
ईरानी ने कहा कि केंद्र को राजकोषीय घाटे के लक्ष्य का पालन करने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि यह वैश्विक निवेशकों को स्पष्ट संकेत देता है। जी-सेक अब वैश्विक सूचकांकों पर सूचीबद्ध हो रहा है। सरकार आम चुनावों से पहले लोकप्रिय उपायों की घोषणा कर सकती है। हालांकि आपूर्ति पिछले साल जैसी ही दिख रही है, मांग भी मजबूत है।