Kisan Drone Yojana: बढ़ते आधुनिकीकरण की वजह से श्रमिकों की कमी व खेती के प्रति कम होते रुझानों के कारण एग्रीकल्चर सेक्टर में पहले की तुलना में काफी बदलाव आया है। पहले बुवाई- जुताई में जहां दिन भर लगता था वहां आज मशीनों के माध्यम से 1 घंटे में काम हो जाता है। लेकिन किसानों की लागत व मेहनत कम हो जाती हैं। हालांकि इससे फसल की गुणवत्ता और आमदनी दोनों काफ़ी बढ़ जाती है।
खेती में तकनीक का उपयोग बढ़ा
विगत कुछ सालों से खेती में तकनीक का प्रयोग पहले की तुलना में अधिक बढ़ गया है। खेतों में दवाओं का छिड़काव व खाद देने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। केंद्र सरकार भी खेती में आधुनिक मशीनों का उपयोग करने को बढ़ावा दे रही है।
घंटों का काम मिनटों में समाप्त
ड्रोन का सबसे बढ़िया फायदा यह है कि बड़े क्षेत्र में आसानी से कुछ समय के अंदर ड्रोन के जरिए छिड़काव हो जाता है। इससे समय की बचत के साथ लागत में भी कमी आती है।
किसान ड्रोन योजना का उठाएं लाभ
केंद्र सरकार देश के किसानों को एग्री ड्रोन उपलब्ध करवाने के लिए किसान ड्रोन योजना चला रही है। इस योजना के तहत किसानों को ड्रोन खरीदने के लिए सब्सिडी दी जाती है। आप भी इस योजना के जरिए ड्रोन खरीद कर फायदा उठा सकते हैं।
5 लाख रुपये तक मिलती हैं सब्सिडी
इन अनुदान (सब्सिडी) में ST, SC, छोटे सीमांत, महिला और पूर्वोत्तर राज्यों के किसानों को 50 फीसदी या अधिकतम 5 लाख रुपये देने का प्रावधान है। वहीं शेष किसानों को 40% या अधिकतम 4 लाख रुपये तक का लाभ मिलता हैं।
ड्रोन योजना के विभिन्न फायदे
केंद्र सरकार की इस योजना के तहत खेती में काम लेने के लिए खरीदे गए ड्रोन पर किसानों को अलग-अलग प्रकार से सब्सिडी देने की सिफारिश की जाती है। वहीं किसानों को स्पेशल खेती के लिए ड्रोन खरीदने पर विशेष रूप से सब्सिडी देने का प्रावधान है।
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