GDP of India : आने वाले कुछ सालों में भारत की अर्थव्यवस्था और भी मजबूत होने वाली है। अगले छः से सात सालों में यानी 2030 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकती है। बता दें कि वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था लगभग 3.7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है। इस संबंध में वित्त मंत्रालय की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई है।
वित्त मंत्रालय ने अपनी मासिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा कि भारत अगले छह से सात वर्षों में 7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की आकांक्षा रख सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जीवन की गुणवत्ता और जीवन स्तर प्रदान करने की यात्रा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा जो भारतीय लोगों की आकांक्षाओं से मेल खाता है।
जीडीपी (GDP of India) वृद्धि के ठोस पूर्वानुमान, प्रबंधनीय स्तर पर मुद्रास्फीति (inflation), राजनीतिक स्थिरता और केंद्रीय बैंक द्वारा अपनी मौद्रिक नीति को सख्त करने के संकेतों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में योगदान दिया है।
अगले 3 सालों में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था
उम्मीद जताई जा रही है कि अगले तीन सालों में भारत 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (world’s third largest economy) बन सकता है। समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था करीब 7 प्रतिशत बढ़ सकती है।
चालू वित्त वर्ष में 7.3% अर्थव्यवस्था बढ़ने की उम्मीद
पिछले तीन वर्षों में घरेलू मांग की मजबूती ने अर्थव्यवस्था को 7 प्रतिशत से अधिक की विकास दर तक पहुंचाया है। भारत की अर्थव्यवस्था 2022-23 में 7.2 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई थी। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है और यह सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बनी रहेगी।
इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि घरेलू मांग, निजी खपत और निवेश में जो मजबूती देखी गई है, उसकी उत्पत्ति पिछले दस वर्षों में सरकार द्वारा लागू किए गए सुधारों और उपायों से होती है।
इसमें आगे कहा गया है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर (भौतिक और डिजिटल) में निवेश और विनिर्माण को बढ़ावा देने के उपायों से सप्लाई भी मजबूत हुआ है। ये मिलकर देश में आर्थिक गतिविधियों को गति प्रदान कर रहे हैं।
वित्त वर्ष 2025 में जीडीपी 7 प्रतिशत के करीब रहने की संभावना है। हालांकि 2030 तक विकास दर 7 प्रतिशत से ऊपर जाने की गुंजाइश है।