Delhi NCR में घरों और फ्लैट की बिक्री बढ़ी है। रियल एस्टेट सेक्टर के लिए यह एक अच्छी खबर है। कोरोना के बाद से रियल एस्टेट सेक्टर धराशायी हो गया था। 2022 के मुकाबले साल 2023 रियल एस्टेट सेक्टर के लिए बढ़िया रहा है। घरों और फ्लैट की संख्या 23 प्रतिशत तक कम होकर 1 लाख युनिट से भी नीचे आ गई है। यह आंकड़ा पिछले एक दशक में सबसे कम रहा है। इसके साथ ही दिल्ली एनसीआर ने इस मामले में देश के टॉप 7 शहरों को भी पछाड़ दिया है।
पहले नोटबंदी फिर कोरोना काल ने प्रॉपर्टी सेक्टर की कमर तोड़ दी थी। रियल एस्टेट कंसल्टेंट एनरॉक (Anarock) की एक रिपोर्ट के मुताबिक,Delhi NCR में बिना बिके हुए घरों की संख्या एक लाख से भी कम हो गई है। हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने घरों की रजिस्ट्री शुरू करने का फैसला किया था। इससे घर और फ्लैट खरीदने की मन बना रहे लोगों में उत्साह आया। रिपोर्ट के मुताबिक घरों की बिक्री में उछाल आया है। इसके साथ ही रियल एस्टेट कंपनियों ने नए प्रोजेक्ट भी बाजार में लॉच किया है।
दिल्ली एनसीआर में साल 2023 के अंतिम महिने तक बिना बिके हुए घरों की संख्या लगभग 94 हजार युनिट रह गई है। साल 2022 के अंत तक यही आंकड़ा लगभग 1 लाख 23 हजार के आसपास था। साल 2023 में दिल्ली एनसीआर में घरों की बिक्री 65,625 युनिट रही जबकि यहां लगभग 36 हजार नए घर लॉन्च किए गए थे।
एनसीआर के हर इलाके में बदली रियल एस्टेट सेक्टर की तस्वीर
आंकड़ें इस बात की गवाही देते हैं कि एनसीआर के हर इलाके में रियल एस्टेट सेक्टर की तस्वीर बदली है। नोएडा में यह आंकड़ा 10 हजार युनिट से घटकर लगभग 8 हजार यूनिट पर आ गया है। बिना बिके हुए घरों का आंकड़ा गुरुग्राम में 51 हजार युनिट से घटकर 37 हजार युनिट रह गया है। ग्रेटर नोएडा में आजकल 18 हजार युनिट, गाजियाबाद में 12,546 और दिल्ली, भिवाड़ी एवं फरीदाबाद में अभी भी 17,199 घर, खरीदारों का रास्ता देख रही है।