Government can sell its stake: केंद्र सरकार आगामी दिनों में सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख दो कंपनियों भारतीय स्टेट बैंक और ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन में अपनी नियंत्रण हिस्सेदारी को बेच सकती है। यह जानकारी टीवी18 के हवाले से मिली है। बता दें वर्तमान में सरकार की SBI में 57.49% और ONGC में 58.89 फीसदी हिस्सेदारी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खुद कहा है कि सरकार को अपनी सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने में कोई दिक्कत नहीं है, न ही सरकार कंपनियों में अपनी अल्पमत हिस्सेदारी रखने के खिलाफ है। दरअसल, किसी भी फर्म में अल्पमत की हिस्सेदारी 50 फीसदी से कम होती है।
सरकार का निजी स्वामित्व बढ़ाने पर फोकस
वित्त मंत्री ने कहा “सरकार हिस्सेदारी बेचकर मुख्य तौर पर कंपनियों की वैल्यूएशन बढ़ाने की एक कोशिश है। इससे सरकार आर्थिक क्षेत्रों में निवेश कर सकती है, जिससे देश की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग ने धीरे-धीरे बड़ी संख्या में सरकारी शेयर मार्केंट में जारी किए हैं, जिससे निजी स्वामित्व को भी बढ़ाया जा सके।” निवेश और सार्वजनिक विभाग विनिवेश की प्रक्रिया देखने वाला विभाग है।
सरकार कंपनियों का वैल्यूएशन बढ़ाना चाहती है
सीतारमण ने कहा ”विनिवेश एक अलग बात है, लेकिन सरकार मुख्यतौर पर उन कंपनियों का मूल्य वैल्यूएशन बढ़ाने और बाजार को अनुकूल बनाने पर काम कर रहे हैं। दरअसल, पिछले कुछ सालों से सरकार सार्वजनिक कंपनियों के विनिवेश पर ज्यादा ध्यान दे रही है। हाल ही पिछले वर्षों में सरकार ने एयर इंडिया की अपनी नियंत्रण हिस्सेदारी टाटा ग्रुप को बेची है।
तीसरी तिमाही में SBI को 9,163 करोड़ का मुनाफा
हाल ही जारी हुए तीसरी तिमाही के नतीजों के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का शुद्ध लाभ 35% साल-दर-साल गिरकर रु. 9,163 करोड़ हो गया है। पिछले वर्ष इसी तिमाही में ये 14,205 करोड़ FY-24 के पहले 9 महीनों में बैंक ने 40,378 करोड़ रूपये का एकल शुद्ध लाभ दर्ज ह्आ था।
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