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Friday, October 18, 2024
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पानी, मेहनत, खर्चा हुआ आधा, इस योजना के तहत किसानों को सरकार देगी 50% सब्सिडी, जानें डिटेल

Subsidy for Spraying Pesticides : फसल लगाते समय किसानों को सबसे ज्यादा टेंशन होती है कीटों की। क्योंकि ये कीट पूरी फसल बर्बाद (PM Fasal Bima Yojana) कर देते हैं। ऐसे में किसान हाथों से कीटनाशक का छिड़काव करते हैं, जो उन्हें महंगा पड़ता है। लेकिन अब सरकार कीटों से परेशान किसानों को कीटनाशकों के छिड़काव की सुविधा के साथ उन्हें इस पर सब्सिडी भी दे रही है। योजना के तहत कम से कम एक एकड़ तो अधिकतम 10 एकड़ में एक किसान ड्रोन से छिड़काव करा सकते हैं।

बता दें कि फसल सुरक्षा योजना में पहली बार फसलों पर ड्रोन (Drone) से भी कीटनाशकों को छिड़काव की सुविधा को शामिल किया गया है। बिहार सरकार कीटनाशकों के छिड़काव करने पर प्रति एकड़ 50 फीसदी की सब्सिडी देगी।

छिड़काव करने वाली एजेंसी का चयन कर लिया गया है। 15 जनवरी से इसके लिए आवेदन शुरू हो चुका है। रैयत और गैर-रैयत किसानों को इसका फायदा मिलेगा। इसके लिए किसानों को आवेदन करते समय शपथ पत्र या पंचायत प्रतिनिधि से अनुशंसा पत्र देना होगा।

कितना आएगा खर्चा

प्रति एकड़ ड्रोन से दवा छिड़कने पर 480 रुपये खर्च आएगा। इस पर 50 फीसदी यानि 240 रुपये सरकार सब्सिडी देगी, जबकि बाकी 240 रुपये किसान को देना होगा। इसके साथ ही छिड़काव के लिए दवा भी किसान को ही उपलब्ध करानी होगी। किसान को कृषि विभाग और कृषि वैज्ञानिकों द्वारा अनशंसित कीटनाशकों का इस्तेमाल करना होगा।

किसान दलहन, तिलहन, आलू, मक्का, गेहूं और अन्य फसलों पर कीट प्रबंधन के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर सकते हैं। योजना का फायदा केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जो कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर रजिस्टर्ड हैं।

आवेदन के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट

  • जमीन का रकबा
  • फसल के प्रकार
  • जमीन का रसीद
  • आधार कार्ड

किसान ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन

इच्छुक किसान कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कृषि समन्वयक, पौधा संरक्षण कर्मी, प्रखंड तकनीकी और सहायक प्रबंधक प्राप्त आवेदनों का वेरिफिकेशन करेंगे, जबकि चयनित एजेंसी ड्रोन से दवा का छिड़काव करेगी।

किसानों को नहीं होगी कोई परेशानी

वहीं मशीन से छिड़काव करने पर पानी, मेहनत और पूंजी भी ज्यादा लगती है, जबकि ड्रोन से छिड़काव करने पर किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। और बहुत ही कम समय और मात्र 8 से 10 लीटर पानी में एक एकड़ में छिड़काव का काम पूरा हो जाएगा।

पायलट प्रजोक्ट के तहत हो रहा छिड़काव

आपको बता दें इसे पायलट प्रजोक्ट के तहत सरकार द्वारा चलाया जा रहा है। ड्रोन से दवा का छिड़काव के लिए जिले का भी चयन कर लिया गया है। इच्छुक किसान डीबीटी पोर्टल पर जरूरी दस्तावेज के साथ आवेदन दे सकते हैं। इसके अलावा किसान ग्रुप में भी छिड़काव करा सकते हैं। ताकि आस पास के खेतों से भी कीट भाग जाएं।

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