- विज्ञापन -
Home Business रेडियो स्टेशन ‘Fever FM’ होगा बंद, कंपनी ने आधिकारिक ऐलान कर बताई...

रेडियो स्टेशन ‘Fever FM’ होगा बंद, कंपनी ने आधिकारिक ऐलान कर बताई यह वजह

Fever FM Shutdown : मशहूर रेडियो स्टेशन फीवर एफएम बंद (Fever FM) होने जा रहा है। कंपनी ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है। Fever FM पर HT मीडिया का स्वामित्व है। सोशल मीडिया पर फीवर FM के कार्यकारी अधिकारी व सीईओ रमेश मेनन (Ramesh Menon) ने यह जानकारी दी‌।

- विज्ञापन -

पिछले कई सालों से फीवर FM रेडियो स्टेशन लोगों के मनोरंजन का अड्डा बना रहा है। लेकिन इसको अचानक बंद किए जाने वाला फैसला सबको हैरत में डाल रहा है। काफी समय तक फीवर एफ एम को सुनते हुए आए कई श्रोता काफी मायूस हैं और सोशल मीडिया पर इसे पीड़ादायक बता रहे हैं।

वीडियो शेयर कर सीईओ ने की घोषणा

फीवर एफएम के सोशल मीडिया (social media) प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किए गए वीडियो में कंपनी के सीईओ रमेश मेनन ने बंद किए जाने का कारण बताया। उन्होंने कहा, “मीडिया के बदलते रुझानों के कारण फीवर FM को अब बंद किया जा रहा है। यह हमारे लिए एक कठिनाइयों का निर्णय है। लेकिन यह फैसला सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श करने के बाद ही लिया जा रहा है, जो मीडिया जगत में उभरते रुझानों के चलते है।”

कंपनी ने लिंक्डइन प्लेटफ़ॉर्म पर भी वीडियो शेयर कर लिखा रेडियो इंडस्ट्री (Radio industry) का अंत अपेक्षा से कहीं जल्द होने जा रहा है। आप हमारे साथी और श्रोता सभी उतार-चढ़ाव व सुख-दुख में साथ रहे हैं लेकिन हमें यह कठोर निर्णय सबके लिए लेना पड़ रहा है। कई मायनों में फीवर एफ एम रेडियो आपकी रोजाना यात्रा का एक अहम हिस्सा रहा। लेकिन कहा जाता हैं ना हर यात्रा का अंत अवश्य होता है। और रेडियो ( Radio) का अंत अपेक्षा से अधिक निकट है।

Fever FM रेडियो का सफर

फीवर नेटवर्क की शुरुआत 2006 में नई दिल्ली से हुई थी। कंपनी मौजूदा समय में 3.1 करोड़ श्रोता आधार होने का दावा करती रही है। दरअसल, फीवर नेटवर्क असल में Radio One, Radio Nasha, Fever 104 FM और Punjabi Fever समेत 4 अलग-अलग रेडियो स्टेशनों का संचालन करता है। इसमें से फीवर FM देश के प्रमुख महानगरों दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु सहित 15 से अधिक शहरों में सुना जाता था।

यह भी पढ़ें: EPFO:ज्यादा ब्याज दर और इनकम टैक्स से भी छुटकारा, इन तरीकों से चार गुना हो सकती है पीएफ रकम!

- विज्ञापन -
Exit mobile version