Pan Masala Industry : पान मसाला उद्योग पर एसजीएसटी की कड़ी निगरानी ने कानपुर के थोक बाजार, विशेष रूप से सुपारी, कत्था और इलायची कारोबार को गहरा झटका दिया है। शहर का प्रसिद्ध नयागंज बाजार इन दिनों अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है। व्यापारियों का कहना है कि इस सख्ती के कारण पान मसाला उद्योग शहर छोड़ रहा है, जिससे संबंधित कारोबार भी संकट में है।
नयागंज बाजार से पान मसाला इकाइयों को पहले रोजाना चार से पांच करोड़ रुपये की सुपारी, कत्था और इलायची की आपूर्ति होती थी। लेकिन एसजीएसटी की सख्ती और इकाइयों के पलायन की तैयारी से यह घटकर मात्र एक करोड़ रुपये रह गई है।
बड़े ग्रुप्स ने बंद की खरीदारी
शहर से कारोबार समेट रहे पांच बड़े पान मसाला समूहों ने पिछले एक महीने से कोई ऑर्डर नहीं दिया है। इससे नयागंज बाजार में व्यवसाय ठप हो गया है। अन्य समूहों ने भी उत्पादन घटा दिया है, जिससे कई व्यापारियों को पिछले 15 दिनों से ऑर्डर नहीं मिले हैं।
कैमरों की निगरानी बढ़ा रहा राज्य कर विभाग
राज्य कर विभाग ने पान मसाला फैक्ट्रियों के बाहर निगरानी के लिए खुद कैमरे लगाने का फैसला किया है। अफसरों ने निरीक्षण के दौरान घोषणा की कि इस सप्ताह कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे लाइव रिकॉर्डिंग की सुविधा मिलेगी। इसके बाद निगरानी टीमें हटा दी जाएंगी।
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व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि पान मसाला और लोहे की इकाइयों पर एसजीएसटी की अनावश्यक सख्ती से उनका कारोबार बर्बाद हो रहा है। कानपुर उद्योग व्यापार मंडल ने मंडलायुक्त कार्यालय में ज्ञापन देकर इस निगरानी का विरोध किया।
मंत्री से व्यापारियों ने की शिकायत
व्यापार मंडल के कंछल गुट ने कैबिनेट मंत्री राकेश सचान से मुलाकात कर पान मसाला और लोहा उद्योग पर हो रही सख्ती के खिलाफ ज्ञापन दिया। व्यापारियों ने कहा कि अफसरों की मनमानी से कारोबार प्रभावित हो रहा है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि वह मुख्यमंत्री से चर्चा कर समस्या का समाधान कराने की कोशिश करेंगे।
व्यापारियों में रोष और अनिश्चित भविष्य
नयागंज बाजार के व्यापारी मौजूदा हालात से परेशान हैं। वे इस बात से चिंतित हैं कि अगर स्थिति नहीं सुधरी तो उनका वर्षों पुराना कारोबार उजड़ जाएगा। व्यापार मंडल ने सरकार से जल्द ठोस कदम उठाने की अपील की है।