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Saturday, December 21, 2024
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Business Idea: इस बिजनेस को शुरू करते होगी छप्पर फाड़ कमाई, लागत आएगी 50000 रुपये और मुनाफा होगा लाखों का, पढ़ें खबर

Potato Chips Business: भारत में अगर आज के टाइम में किसी भी शख्स ने अपना बिजनेस सफल बना लिया तो उसकी आने वाली पीढ़ी को भविष्य में किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। आज कई ऐसे युवा हैं जो कि लाखों रूपयों का पैकेज छोड़कर अपने बिजनेस की ओर रूख कर रहे हैं। अगर आप भी अपना कोई छोटा या बड़ा बिजनेस प्लान कर रहे हैं तो आज हम आपको ऐसे बिजनेस के बारे में बताएंगे जिसमें लागत भी बहुत कम आएगी और आप आसानी से मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं आलू के चिप्स के बिजनेस की जिसकी डिमांड बाज़ार में बहुत तेजी से बढ़ी है। इस बिजनेस को आप बहुत कम इन्वेस्टमेंट में शुरू कर सकते हैं और आमदनी भी लाखों में कर सकते हैं।

इस बिजनेस की है बहुत डिमांड

आज के समय में चिप्स की बहुत डिमांड है, जिसके बाजार में बहुत प्‍लेयर्स है। हर दिन चिप्स की डिमांड बाजार में बढ़ रही है, लेकिन कंपनियां इस डिमांड को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। अगर आप भी इस बिजनेस का प्लान का कर रहे है, तो आपको सबसे पहले क्‍वाल‍िटी का खास ख्याल रखना होगा।

कैसे करें बिजनेस शुरू ?

आलू के चिप्स का बिजनेस आप बहुत कम इन्वेस्टमेंट में शुरू कर सकते हैं। इस बिजनेस को करने के लिए आपको चिप्स बनाने की मशीन 30 से 35 हजार रुपये मिल जाएगी। इसके अलावा चिप्स के पैकेट को पैक करने के लिए भी आपको मशीन की जरूरत होगी। वहीं, इस बिजनेस को आप 50 हजार रुपये या इससे भी कम में भी शुरू कर सकते हैं।

किन चीजों की होगी जरूरत

अगर आप इस बिजनेस को अपने घर में शुरू करना चाहते हैं, तो आपको कच्‍चे सामान के तौर पर आपको अच्‍छी क्‍वाल‍िटी के आलू, नमक, चाट मसाला, म‍िर्च पाउडर, तेल और बेक‍िंग सोडा आद‍ि की आवश्यकता होगी। इस बिजनेस को करने के लिए आप अपने परिवार की भी मदद ले सकते हैं या अलग से स्टाफ भी हायर कर सकते हैं।

करना होगा ये काम

अगर आप आलू के चिप्स का बिजनेस शुरू करते हैं तो आपको अपने प्रोडक्ट को मार्किट में उतारने के लिए सबसे पहले उसका रज‍िस्‍ट्रेशन कराना होगा। अपने बिजनेस को आप पहले एमएसएमई के अंतर्गत रज‍िस्‍टर्ड करा लें। इसके बाद आपको ट्रेड लाइसेंस की आवश्यकता होगी। इन सबके अलावा आपको फर्म या कंपनी के नाम से बैंक अकाउंट, पैन कार्ड, जीएसटी नंबर भी लेना होगा। वहीं, प्रोडक्ट की बाजार में पेश करने से पहले आपको उसका परीक्षण कराने के बाद आप FSSAI का भी लाइसेंस लेना होगा।

 

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