उद्योग निकाय नैसकॉम (Nasscom) ने शुक्रवार को अपनी वार्षिक रणनीतिक समीक्षा में जानकारी दी कि भारत में प्रौद्योगिकी उद्योग वित्तीय वर्ष 2023-24 में साल-दर-साल 3.8% बढ़कर 253.9 बिलियन डॉलर से अधिक होने का अनुमान है। यह पिछले वित्तीय वर्ष के लिए अनुमानित 8.4% की वृद्धि से काफी कम है।
आर्थिक मंदी (Economic Slowdown) है प्रमुख कारण
बता दें कि, वैश्विक आर्थिक मंदी इसके पीछे का प्रमुख कारण है, जिसने वैश्विक ग्राहकों को विवेकाधीन खर्च में कटौती करने और लागत दक्षता को अनुकूलित करने के लिए मजबूर किया है। भारतीय तकनीकी उद्योग में राजस्व का एक बड़ा हिस्सा उत्तरी अमेरिका और यूरोप जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सेवाओं के निर्यात से आता है।
नैसकॉम (Nasscom) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वर्ष के दौरान निर्यात (हार्डवेयर को छोड़कर) से राजस्व सालाना 3.3% बढ़कर 199 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इसमें अकेले इंजीनियरिंग अनुसंधान और विकास क्षेत्र का 48% योगदान होगा। इस बीच घरेलू राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 5.9% की वृद्धि दर्ज करने और वित्त वर्ष 24 में 54.4 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
60,000 नई नौकरियां होंगी पैदा
जिसमें कुल मिलाकर, 2023 में एआई (AI), क्लाउड (Cloud), डेटा (DATA) और साइबर सुरक्षा (Cyber Security) शीर्ष मांग वाले कौशल के रूप में उभरने के साथ उद्योग में 60,000 की शुद्ध नौकरियां बढ़ेंगी। एक साल पहले की अवधि में तकनीकी उद्योग ने 2.7 लाख नौकरियां पैदा की थीं औऱ तकनीकी उद्योग भी हर साल प्रति कर्मचारी 60-100 घंटे अपस्किलिंग के लिए प्रतिबद्ध है। उद्योग निकाय के अनुसार, 2023 – 2024 के बीच 6.5 लाख से अधिक कर्मचारियों ने जनरल एआई कौशल में प्रशिक्षण प्राप्त किया। कुल मिलाकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस गतिविधि में 2022 की तुलना में 2023 में 2.7 गुना वृद्धि देखी गई।
नैसकॉम के 2024 वार्षिक एंटरप्राइज और टेक सर्विसेज सीईओ सर्वेक्षण में दो-तिहाई से अधिक उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्हें वित्त वर्ष 2025 में बेहतर राजस्व वृद्धि की उम्मीद है, जो परियोजना कार्यान्वयन के लिए मजबूत डील पाइपलाइन, जीसीसी में विस्तार, पीओसी से उत्पादन में तेजी लाने वाले एआई जैसे कारकों से प्रेरित है। विवेकाधीन खर्च बढ़ाना। बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा (बीएफएसआई), उच्च प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी, मीडिया और दूरसंचार (TMT) जैसे उद्योग जिनका प्रदर्शन 2023 में कमजोर रहा, उनमें 2024 में सुधार होने की संभावना है।