गुरुवार को ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) ने घोषणा करते हुए बड़ी जानकरी साझा कि उसे भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में लाइसेंस प्राप्त हुआ है। जिसके बाद यह कंपनी ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में पहले से काम कर रही अन्य कंपनियों के सूची में शामिल हो गई है।
जोमैटो पेमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (ZPPL) को भारत में ऑनलाइन भुगतान एग्रीगेटर के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से 24 जनवरी, 2024 को लाइसेंस मिला है। कंपनी ने शेयर बाजार (Share Market) में दी गई सूचना में इस बात की पुष्टि की है कि आरबीआई (RBI) से पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस प्राप्त करने के लिए 4 अगस्त 2021 को जोर्जी भेजी गई थी, जिसके बाद कंपनी को ऑनलाइन भुगतान एग्रीगेटर के रूप में लाइसेंस मिला है। जिसके बाद अब इस कंपनी के यूजर्स अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे पेटीएम, फोन-पे के प्रकार ही अब सीधा भुगतान कर सकते हैं।
इस वर्ष मिले सर्वाधिक ऑर्डर
बता दें कि कुछ समय पहले ही, जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि कि फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म ने इस वर्ष नए साल की पूर्व संध्या 2023 पर लगभग उतने ही ऑर्डर मिले, जितने कंपनी को 2015, 2016, 2017, 2018, 2019 और 2020 को संयुक्त रूप से मिल थे।
ई-कॉमर्स शिपिंग स्टार्टअप शिपरॉकेट का अधिग्रहण करने की पेशकश
वहीं पिछले दिसंबर में ब्लूमबर्ग में छपी रिपोर्ट बताया गया था कि जोमैटो ने भारतीय ई-कॉमर्स शिपिंग स्टार्टअप शिपरॉकेट का अधिग्रहण करने की पेशकश की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस ऑफर में विलय का मूल्य लगभग 2 बिलियन डॉलर आंका गया था। किंतु कुछ कारणों की वजह से इस सौदे पर मुहर नहीं लग सकी।
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