Agra(यूपी)। क्या कोई फोन कॉल किसी की जान भी ले सकती है ? आप कहेंगे फोन कॉल से भला जान कैसे जा सकती है ? मगर, ऐसा हुआ है ताज नगरी आगरा में। जहां एक सरकारी स्कूल की बुजुर्ग टीचर को मात्र एक कॉल की वजह से अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
इनकी गई जान
आगरा के थाना जगदीशपुरा में रहने वाले दिपांशु राजपूत की 58 वर्षीय मां मालती वर्मा पेशे से शिक्षिका थीं। वे आगरा के ही गांव अछनेरा में स्थित राजकीय जूनियर हाई स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्यरत थीं। बीती 30 सितंबर को एक फोन कॉल की वजह से इसी बुजुर्ग महिला को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
एक फर्जी पुलिसवाले ने किया जानलेवा कॉल
मालती वर्मा की जिस फोन कॉल की वजह से जान गई, वो कॉल एक पुरूष का था। फोन करने वाले ने खुद को पुलिस अफसर बताया था। महिला ने उससे फोन पर बात की और कुछ देर में ही उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया। आखिर ऐसा क्या हुआ उस फोन के दौरान जो महिला को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा ? ये सवाल आपके जेहन में आ रहा होगा। ठीक यही सवाल मामला जानकारी में आने पर हमारे जेहन में भी उठा।
बेटी की गिरफ्तारी की सूचना दी
फोन करने वाले ने मालती वर्मा से कहा कि वह पुलिस अफसर बोल रहा है। उसने महिला को बताया कि उनकी बेटी सेक्स रेकैट की छापेमारी में पकड़ी गई है। लोकलाज का भय बताकर महिला को डराने-धमकाने के बाद फोन करने वाले ने मालती वर्मा से कहा कि एक लाख रुपये दे दो, तो बेटी को छोड़ देंगे। इसी से दहशत में आईं मालती की हालत बिगड़ी और कुछ ही घंटों में उनकी मौत हो गई।
कॉल के वक्त स्कूल में थीं मालती
दिन के करीब 12 बजे थे। उस वक्त मालती अपने स्कूल में थीं। उसी दौरान उन्हें अनजान शख्स ने ये जानकारी दी। मालती तुरंत ही स्कूल से घर लौटीं और दहशत में उनकी तबीयत बिगड़ी। जिससे कुछ ही घंटों में अस्पताल ले जाने से पहले ही उनकी मौत हो गई।
बेटे से भी की थी मालती ने बात
मालती वर्मा के बेटे दिपांशु ने बताया कि फर्जी कॉल आने के तुरंत बाद ही मां ने उसे कॉल किया था। मां से नंबर लेकर उसने पड़ताल की तो जानकारी हुई कि कॉल फर्जी थी। उसने इस बात की जानकारी मां को दोबारा फोन करके दी भी, मगर तब तक उनकी तबीयत बिगड़ चुकी थी। जब तक अस्पताल लेकर गए उनकी मौत हो चुकी थी।