Raebareli News: यूपी के रायबरेली जिले के एक गांव में पटाखा बनाते समय विस्फोट हो गया। इस धमाके में चार नाबालिग बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चारों बच्चों को सीएचसी सरेनी में भर्ती कराया, जहां के चिकित्सकों ने सभी का इलाज किया।
आपको बता दें कि मल्केगांव के एक घर में अवैध रूप से पटाखा बनाने का कारोबार चल रहा था जिसमें बच्चों का इस्तेमाल किया जा रहा था। पटाखा बनाते समय अचानक विस्फोट हो गया जिससे पूरा गांव दहल गया। हादसे में चार बच्चे झुलस गए। घटना के बाद पुलिस और फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। लेकिन हालत नाजुक होने की वजह से सभी को जिला अस्पताल रेफर किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि पैसों का लालच देकर आसपास के बच्चों को पटाखा बनाने के लिए काम पर लगाया गया था।
पटाखा बनाते समय अचानक हुआ धमाका
दरअसल गांव निवासी शैलू सालों से पटाखा बनाने का कारोबार चला रहे हैं। दो दिन बाद दीपावली है ऐसे में पटाखा बनाने का काम जोरों पर था। पटाखा बनाने के लिए आसपास के बच्चों को भी इसमें लगाया गया था। घर के अंदर बच्चे पटाखों में बारूद भर रहे थे, तभी जोरदार धमाका हुआ।
लोग जल्दी से अपने घरों के बाहर आए और गांव में अफरातफरी का माहौल हो गया। घायलों की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े और घायलों को घर से बाहर निकालने में जुट गए। हादसे में दस वर्षीय गोविंद, बारह वर्षीय सौरभ, पंद्रह वर्षीय मनीष कुमार और आठ वर्षीय शीजा गंभीर रूप से झुलस गए। सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। हालत नाजुक देख चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार कर बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
अवैध तरीके से चल रहा था कारोबार
जानकारी के मुताबिक मलकेगांव में कलाम मोहम्मद की पत्नी नसरीन बानो उर्फ शैलू का पहले पटाखे के कारोबार का लाइसेंस बना था, लेकिन इस बार लाइसेंस का रिन्यूअल नहीं कराया गया और पटाखा कारोबार जारी रखा।
एफएसओ मुकेश कुमार गिरि ने बताया कि लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया गया था और रोक के बावजूद पटाखे बनाए जा रहे थे। जहां पर विस्फोट हुआ उसके पास गैस सिलेंडर रखा था। गनीमत रही उसमें ब्लास्ट नहीं हुआ, अन्यथा हादसा और भी ज्यादा दर्दनाक हो सकता था।