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श्रम विभाग के पोर्टल से ₹1 करोड़ की ठगी, भारत सरकार द्वारा 2 बार सम्मानित है साइबर ठग!

Cyber Fraud : कानपुर पुलिस ने वैलेंटाइन डे (Valentine’s Day) पर साइबर फ्रॉड करने वाले प्रेमी-प्रेमिका को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । कपल ने बीते दिनों श्रम विभाग (Labour Department) के पोर्टल से 1 करोड़ रुपए का ठगी की घटना को अंजाम दिया है। प्रेमी वेबसाइट टेस्टिंग का काम करता था, जिसके चलते उसने श्रम विभाग की वेबसाइट में लूप होल खोज लिए थे। इसके बाद उसने पूरे फ्रॉड की साजिश रची।

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इसमें उसने अपनी गर्लफ्रेंड और श्रम विभाग के कर्मचारी को शामिल किया। कर्मचारी ने उसे विभाग का डिजिटल सिग्नेचर दिया। इसकी मदद से उसने 1 करोड़ से अधिक की रकम 196 अपात्र मजदूरों के खाते में भेज दिए । बुधवार को पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने छत्तीसगढ़ और यूपी के अलग-अलग हिस्सों से सभी 6 आरोपियों को अरेस्ट किया है।

आरोपियों की पहचान लखनऊ के रहने वाले मास्टमाइंड उदित मिश्रा, नैंसी ठाकुर निवासी बुटीबोरी नागपुर, कानपुर निवासी अंकित मिश्रा, मुरादाबाद के मोहम्मद यासीन मोजपुर और ललित कश्यप, सीतापुर निवासी विनय दीक्षित आदर्श के रूप में हुई है।

Cyber Fraud of ₹1 crore from Labour Department portal government of india has also honored the cyber thug twice

ऐसे शुरू हुई ठगी की प्लानिंग

कानपुर DCP क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि “मुख्य आरोपी उदित मिश्रा और उसकी प्रेमिका नैंसी हैं। इनकी दोस्ती हैकेथॉन प्लेटफार्म से हुई थी। उदित ने पूछताछ में बताया कि श्रम विभाग में वेबसाइट टेस्टिंग का काम करता था। उसने श्रम विभाग की वेबसाइट में लूप होल खोज लिए थे।

उदित ने लखनऊ के श्रम विभाग में अकाउंटेंट दिनेश दीक्षित को इसकी जानकारी दी। इसके बाद दोनों ने मिलकर ठगी (Cyber Fraud News) की प्लानिंग बनाई। इसके बाद दिनेश ने उदित को ट्रेजरी ऑफिसर का डिजिटल सिग्नेचर भी दिया।

फ्रॉड करने पर रकम का 20% मिलता था

आरोपी उदित ने बताया कि उसने श्रम विभाग की वेबसाइट में लूप होल (Loop Hole in Labour Department’s Website) खोज ली। इसके बाद अकाउंटेंट दिनेश ने एक्सेल फाइल में 18 खातों की डिटेल दी। इसमें उसने प्रेमिका सहित 4 लोगों को भी शामिल किया। इसके बाद 18 खातों से 19.80 लाख रुपए निकाल लिए।

उसने आगे बताया कि कुल अमाउंट का 20 प्रतिशत उसे मिलता था। एक साल से कम रजिस्ट्रेशन वाले मजदूरों का आवेदन (Labours Registration) पोर्टल स्वीकार नहीं करता है, लेकिन लोगों ने एप्लिकेशन को एक्सेप्ट कर किया। इसके बाद ट्रेजरी ऑफिसर के डिजिटल सिग्नेचर से पैसे निकाले।

भारत सरकार से दो बार सम्मानित हो चुका साइबर ठग

उदित ने बताया कि वह कानपुर (Kanpur News) में श्रम विभाग की योजनाओं को 2 बार पूरे देश में टॉप पर लेकर आया। इसके लिए उसे भारत सरकार ने भी दो बार सम्मानित किया। लखनऊ में आयुष्मान योजना (Ayushman Bharat Yojana) में टारगेट पूरा करने के लिए बुलाया गया था। डेढ़ साल पहले ही वो लखनऊ शिफ्ट हुआ था।

196 अपात्र श्रमिकों के खाते में भेजी रकम

1 फरवरी 2024 को अपर श्रमायुक्त कानपुर मंडल कल्पना श्रीवास्तव ने पुलिस को तहरीर दी थी कि साइबर अपराधियों ने कन्या विवाह सहायता योजना (Kanya Vivah Sahayata Yojana) के लिए फर्जी आवेदन किया। इसके बाद अफसरों का फर्जी डिजिटल सिग्नेचर का इस्तेमाल कर 1 करोड़ 7 लाख निकाल लिए।

उन्होंने बताया कि 25 जनवरी की दोपहर 1:14 बजे और 30 जनवरी की शाम 5:35 बजे सहारनपुर की आईडी से 259 लोगों का कन्या विवाह योजना में कराया गया। 29 जनवरी को 196 अपात्र खातों में 1 करोड़ 7 लाख 80 हजार भेजे गए। इसके बाद साइबर पुलिस ने 4 टीमों का गठन किया था। पुलिस ने लगभग 64 लाख रुपए की रकम को भी फ्रीज कर दिया है। तब से पुलिस सभी आरोपी की तलाश में थी।

श्रम विभाग की भी लापरवाही आई सामने

DCP ने बताया कि पूरी घटना में श्रम विभाग (Labour Department News) की लापरवाही सामने आई है, जिससे आरोपियों को फ्रॉड करने में मदद मिली। आरोपियों ने कृष्णा नगर स्थित मोहिनी ज्वेलर्स के पास कैश का आदान-प्रदान किया था। इसका सीसीटीवी भी पुलिस ने रिकवर किया है।

By Abhilash Bajpai 

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