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फर्जी भगवान ने ले ली जान, कहां है स्वास्थ्य विभाग ?

बीमारी पेट दर्द की, कर डाला हर्निया का ऑपरेशन

अशोक कुमार

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बुलंदशहर(यूपी)। डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है। लेकिन जब ऐसे भगवान भी फर्जी हों तो सोचिए कि मरीज का क्या होगा ? जी हां ! बुलंदशहर के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में एक झोलाछाप भगवान (डॉक्टर) की लापरवाही से एक युवक की मौत हो गई। जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। परिजनों ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

ये हुई घटना

जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के जसर गांव के रहने वाले 56 साल के भोले सिंह को पेट में दर्द होने की शिकायत हुई। उन्हें गांव में ही क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टर के पास ले जाया गया। डॉक्टर ने हर्निया की समस्या बताकर तुरंत ऑपरेशन करने की सलाह दी और 40,000 रुपए ले लिए। ऑपरेशन के बाद भोले सिंह को घर भेज दिया गया। अगले दिन जब दर्द बढ़ा, तो भोले सिंह का लड़का मोनू फिर से पिता को लेकर डॉक्टर के पास गया। इस बार डॉक्टर ने टांके काट दिए और कहा कि ऑपरेशन बिगड़ गया है, इसलिए कहीं और दिखाओ। परिजनों ने भोले सिंह को मेरठ, बुलंदशहर और अन्य जगहों पर दिखाया। मगर सभी जगह डॉक्टर्स ने हालत गंभीर बताई। आखिरकार जिला अस्पताल में भोले सिंह को भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा लिया है, और अब परिवार वालों की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है, और वे सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग बेपरवाह, झोलाछापों की भरमार

इस मामले ने इलाके में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते अहार क्षेत्र में ऐसे डॉक्टरों की भरमार है। लगभग हर गांव में अवैध क्लीनिक खुले हैं। जहां बिना लाइसेंस के मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

यहां चल रही झोलाछापों की दुकान

अहार क्षेत्र के गांव मौहरसा, दरावर, पौटाबादशाहपुर, चरोरा और बामनपुर जैसे गांवों में दर्जनों झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं। इसके अलावा, अहार में अवैध पैथोलॉजी लैब भी चल रही हैं, जिन पर स्वास्थ्य विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा।

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