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गैंग तिहाड़ में, चोरी की गाड़ियां बेच रहे CAR-24 वाले

नोएडा पुलिस ने पकड़ा चोरी की कार खपाने का गजब फार्मूला

Noida(गौतमबुद्धनगर)। यदि आपने अपनी कार नामचीन अभिनेताओं के ऐड देखकर CAR-24 से खरीदी है, तो पड़ताल कर लें। हो सकता है कि आपकी कार चोरी की हो। क्योंकि Noida पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो चोरी की गाड़ियों को CAR-24 के जरिये बेचा करता था। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात तो ये है कि CAR-24 के जरिये चोरी की गाड़ियों को बेचने वाला गैंग तिहाड़ जेल Delhi में है। जबकि इस गिरोह से जुड़े लोग पोर्टल के सहारे चोरी की गाड़ियां बेच रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार करके सात लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं।

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ये शातिर जो पकड़े गए

पुलिस के हत्थे चढ़े इन शातिरों में कुलदीप यादव पुत्र हरिशचन्द्र यादव निवासी नंगला गुलाब थाना बकेवर, जनपद इटावा, अभिषेक कुमार पुत्र प्रमोद मिश्रा निवासी ग्राम बथई थाना मनीगाछी, जिला दरभंगा बिहार, संकेत कुमार सिंह पुत्र स्व0 सतेन्द्र सिंह निवासी ओईनी थाना दरोली, जिला सिवान बिहार और अमन कुमार पुत्र सजन प्रसाद निवासी ग्राम जयरामपुर, थाना राजमहल साहिबगंज झारखण्ड हैं। इनमें से 21 साल का कुलदीप, 23 साल का अभिषेक और अमन वर्तमान में चौहान कॉलोनी, थाना पल्ला जिला फरीदाबाद, हरियाणा में रह रहे हैं। जबकि संकेत शास्त्री कॉलोनी थाना पल्ला, जिला फरीदाबाद हरियाणा में रह रहा था।

वो गैंग जो तिहाड़ में बैठा है

CAR-24 के जरिये जो चोरी की गाड़ियां बेची जाती थीं उन्हें चोरी करने, उनके ईंजन और चेसिस नंबर बदलने और फर्जी कागजात बनाने वाले गिरोह के पांच सदस्य पिछले कुछ समय से Delhi की तिहाड़ जेल में बंद हैं। इनमें कुन्दन गिरि पुत्र गोरी शंकर गिरी, जयन्त कुमार पुत्र प्रमोद कुमार, पुरू पुत्र भूपेन्द्र सिंह, मोहसीन पुत्र मोहम्मद सद्दन खान और नौशाद पुत्र अय्युब हसन कुरैशी हैं।

Delhi पुलिस ने पकड़े थे शातिर

CAR 24 ऐप के जरिये चोरी की गाड़ियां खपाने वाले गैंग को गाड़ियों की डिलीवरी करने वाले इस गैंग को पिछले दिनों दिल्ली के थाना शाहपुर डेरी और दिल्ली की आउटर नार्थ क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया था।

CAR-24 का पूर्व कर्मी कुंदन है गैंग लीडर

Noida पुलिस के मुताबिक Delhi की तिहाड़ जेल में बंद कुंदन ही इस गैंग का असली सरगना है। वो दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ने से पहले CAR-24 में ही काम करता था। वही चोरी की गाड़ियों को इस ऐप के जरिये बेचने की साजिश करता था।

Ghaziabad पुलिस के ट्रैफिक चालान ने खोली कलई

Noida पुलिस ने CAR 24 के जरिये जिस करतूत का खुलासा किया है उसका शुरुआती सिरा उन्हें ट्रैफिक पुलिस द्वारा काटे गए 500 रुपये के चालान की वजह से मिला। दरअसल, नोएडा सेक्टर-63 निवासी एक शख्स के मोबाइल पर उनकी सफेद रंग की ब्रेजा गाड़ी का चालान कटने का मैसेज आया। ये मैसेज Ghaziabad पुलिस कमिश्नरेट से भेजा गया था। कार मालिक इस बात से हैरान था कि उसकी गाड़ी Ghaziabad गई नहीं फिर चालान कैसे कट गया। गाड़ी के मालिक ने पड़ताल की तो खुलासा हुआ कि उनकी गाड़ी की जगह एक कार की सर्विस नोएडा सेक्टर-63 के सर्विस सेंटर पर हुई है। सर्विस कराने वाले के नाम और फोन नंबर की जानकारी सर्विस सेंटर से जब गाड़ी मालिक ने ली तो पता चला कि वह निखिल खत्री नाम का शख्स है। निखिल से कार मालिक ने मुलाकात की तो देखकर हैरान रह गए। ठीक उनके ही जैसी ब्रेजा गाड़ी निखिल निवासी गांव शाहबेरी, थाना बिसरख के पास भी थी। निखिल ने बताया कि उसने ये गाड़ी CAR-24 से खरीदी है। सेक्टर-63 निवासी कार मालिक ने नोएडा पुलिस से संपर्क कर पूरा मामला बताया और रिपोर्ट दर्ज कराई। उसी एफआई कार की पड़ताल के बाद नोएडा पुलिस के हाथ ये गिरोह लगा और ये पूरी करतूत उजागर हुई।

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