बलि से पहले जाग गया बच्चा, तो गला दबाकर मार डाला
हाथरस(यूपी)। कैसे-कैसे अंधविश्वासी और रूढ़वीदी ढकोसलों में यकीन करने वाले लोग यूपी में शिक्षण संस्थान चला रहे हैं इसकी बानगी देखने को मिली है यूपी के हाथरस जिले में जहां एक अंधविश्वासी स्कूल के प्रबंधक ने महज स्कूल की तरक्की की खातिर अपने ही स्कूल के दूसरी क्लास के 9 साल के मासूम को बलि के लिए अगवा किया। लेकिन बलि देने से पहले बच्चे के जाग जाने पर उसका कत्ल कर डाला। पुलिस ने मामले में स्कूल प्रबंधक, उसके पिता सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
ये मासूम बना शिकार
हाथरस जिले में के सहपऊ क्षेत्र के गांव रसगवां में डीएल पब्लिक स्कूल आवासीय विद्यालय है। इसमें कक्षा 2 के 11 साल के छात्र का कत्ल हुआ है। थाना क्षेत्र चंदपा के गांव चुरसेन के रहने वाले श्रीकृष्ण का बेटा कृतार्थ स्कूल के हॉस्टल में रहकर ही पढ़ता था। सोमवार की सुबह उसके परिवार के लोगों को स्कूल के प्रबंधक दिनेश बघेल ने फोन किया कि कृतार्थ की तबीयत खराब है। परिवार के लोग जब स्कूल पहुंचे तो कृतार्थ उन्हें नहीं मिला। हॉस्टल संचालक दिनेश बघेल से फोन पर छात्र कृतार्थ के बारे में पूछा तो उसने परिवार वालों को गुमराह किया। वह यह कहता रहा कि वह कृतार्थ को उपचार करने के लिए ले गए है। शक होने पर परिवार वालों ने तलाश की तो सादाबाद के पास स्कूल प्रबंधक दिनेश बघेल को उसकी कार सहित पकड़ लिया । कार की पिछली सीट पर छात्र कृतार्थ का शव पड़ा हुआ था।
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परिवार ने पुलिस में कराई रिपोर्ट
बच्चे के परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, वहीं बच्चे के पिता की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया कि छात्र की गला दबाकर हत्या की गई थी। उसकी गर्दन पर चोट के निशान थे। बाद में स्कूल प्रबंधक और उसके पिता सहित 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। ये कार्रवाई पुलिस ने जब की जबकि बच्चे के परिवार वालों के साथ बहुत सहित महिलाओं को लेकर लोगों ने एसपी के कार्यालय पर प्रदर्शन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने छात्र की हत्या का खुलासा करते हुए प्रबंधक और उसके पिता सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
ये थी अपहरण-हत्या की वजह
पुलिस के मुताबिक स्कूल प्रबंधक का पिता जशोधन भगत तंत्र-मंत्र करता था। प्रबंधक के पिता का मानना था कि तंत्र-मंत्र और किसी बच्चे की बलि देने से उसके स्कूल की तरक्की होगी। इसी तंत्र-मंत्र और बलि देने के चक्कर में उसने प्रबंधक बेटे से छात्र कृतार्थ का अपहरण कराया था। प्रबंधक दिनेश बघेल और उसके पिता जशोधन विश्वास था कि तंत्र-मंत्र और बच्चे की बलि देने से उनका स्कूल और काम धंधा अच्छा चलने लगेगा। स्कूल प्रबंधक का पिता यशोधन तंत्र-मंत्र और काला जादू जानता है। लेकिन बलि देने से पहले ही बच्चे के जाग जाने और शोर मचाने पर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई।
ये हुए गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में रामप्रकाश पुत्र लीला सिंह निवासी गौतम नगर सादाबाद, दिनेश बघेल पुत्र यशोदा निवासी रसगंवा थाना सहपऊ, जशोधन उर्फ भगत जी पुत्र डोरी लाल निवासी रसगांव सहपऊ, लक्ष्मण सिंह पुत्र राधेलाल निवासी थाना बलदेव जिला मथुरा, वीरपाल पुत्र रघुवीर निवासी गांव बंका मुरसान को अरेस्ट कर लिया है।
पहले भी कर चुके हैं ऐसा ही प्रयास
इलाके में इस घटना से जहां सनसनी फैली हुई है, वहीं लोगों में ये चर्चा जोरो पर ही कि स्कूल प्रबंधक और उसका पिता पहले भी ऐसी घटना करने का प्रयास कर चुके हैं मगर कामयाब नहीं हो पाए।