Kanpur News; कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि बिरहाना रोड के थोक मेडिसन कारोबारी मेडी लाइफ और निगम दृग स्टोर की जांच के दौरान एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। दृग इन्स्पेक्टर की छापेमारी पर काफी दवाएं नकली पाई गई। फिलहाल अभी नोटिस जारी कर जांच पढ़ताल की जा रही है और दवा बेचने वालों पर विभाग जल्द ही मुकदमा दर्ज करवाएगा।
पूरा मामला
कानपुर में एक बड़ा नकली दवा घोटाला सामने आया है, जिसमें मरीजों को दवाओं में जरूरी सॉल्ट की जगह चॉक खिलाया जा रहा है। यह घोटाला तब उजागर हुआ जब जांच के दौरान पाया गया कि दवाओं में किसी भी प्रकार का सक्रिय तत्व मौजूद नहीं है। इस धोखाधड़ी से मरीजों की जान को गंभीर खतरा है। गैस की दवाएँ जैसे काइमोरल फोर्ट और ऐसी लॉक आरडी टैबलेट नकली पाई गई हैं. दोनों दवाइयों में खड़िया मिट्टी पाई गई हैं. वहीं बताया जा रहा है कि मॉन्टेयर एलसी के सैम्पल्स में इनकी मात्रा न के बराबर है. फिलहाल सभी को नोटिस जारी कर दिया है.
Drug इंस्पेक्टर कि जांच में हुआ खुलासा
रेखा सचान जोकि Drug इंस्पेक्टर हैं उनका कहना है की उनकी टीम ने बिरहाना रोड स्थित मेडिसिन मार्केट में रिजुल गुप्ता की मेडी लाइफ एजेंसी और निगम ड्रग्स में छापेमारी की थी. उन्होंने मेडी लाइफ से 3 सैम्पल्स और निगम स्टोर से 18 सैम्पल्स लिए थे। सूत्रों के मुताबिक कहीं दवाईयां मेडी लाइफ में निगम ब्रदर्स के स्टोर से आती थी। जांच में की गई टेस्टिंग कि रिपोर्ट्स के मुताबिक दवाइयों में मिलावट पाई गई है । मॉन्टेयर एलसी जो कि एलर्जी में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली दवा में से एक है उसके सैंपल में दवा की मात्रा मानक से आधी पाई गई हैं.
Drug इंस्पेक्टर ने ठानी “मुकदमा दर्ज होगा”
Drug इंस्पेक्टर ने दवा बेचने वालों पर मुकदमा दर्ज करने की ठानी ली है. सालों से सैकड़ों लोग यह दवा का उपयोग इलाज में कर रहे है ऐसे में इनमें मिलावट एक बेहद गलत काम है। जिन दवाओं का उपयोग सूजन से लेकर शरीर के हर हिस्से के दर्द जैसे दांत, सर, कान को ठीक करने में सक्षम माना जाता था वो दवा लोगों के लिए दरअसल मरने का कारण भी हो सकती हैं।
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