कानपुर से एक बड़ी खब़र आई है साड़ी कारोबारी के बेटे की किडनैपिंग के बाद हत्या कर दी गई। कानपुर के रायपुरवा थाना क्षेत्र के आचार्य नगर निवासी कपड़ा व्यापारी मनीष कनोडिया का पी-रोड पर कपड़े का बड़ा शोरूम है। उनका बेटा कुशाग्र 10वीं में पढ़ता था। वो सोमवार को शाम 4 बजे ट्यूशन पढ़ने के लिए निकला था। रात होने पर भी जब वो घर नहीं लौटा.तब कुशाग्र के टीचर और दोस्तों से पता किया. लेकिन वहां से भी कुछ खबर नही मिली. तब कुशाग्र के घर वालों ने पुलिस इस बात की जानकारी दी. पुलिस तभी से उसकी खोजबीन में लगी थी। कुशाग्र के परिजनों ने अपना शक लेडी ट्यूशन टीचर बताए. पुलिस ने वहां लगे सभी सीसीटीवी फुटेज चेक किए. सीसीटीवी फुटेज में कुशाग्र का शव किडनैपर ट्यूशन टीचर के प्रेमी के दोस्त के घर से मिला है। पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर लेडी ट्यूशन टीचर, उपसके प्रेमी और दोस्त को हिरासत में लिया था।
महिला टीचर से लव अफेयर का था शक
मंगलवार को फजलगंज के ओमपुरवा में छात्र का शव उसको ट्यूशन पढ़ाने वाली महिला टीचर के बॉयफ्रेंड के घर पर मिला है। आशंका जताई जा रही है कि महिला टीचर के बॉयफ्रेंड ने ही छात्र की हत्या की है। हत्या के बाद उसके शव को घर में ही छिपाकर रखा था। बताया जा रहा हे कि बॉयफ्रेंड को शक था कि उसकी गर्लफ्रेंड का कुशाग्र से लव अफेयर है। इसीलिए उसने कुशाग्र का अपरहण कर हत्या की साजिश रची थी।
पुलिस ने जो लेटर जब्त किया है, उसमें लिखा था
मैं नही चाहता की आपका त्योहार बर्बाद हो. आप मेरे हाथ में पैसे रखो और लड़का एक घंटे बाद आपके पास होगा
हम आपको कल फ़ोन करेंगे
अल्लाह हु अकबर
इस लड़के की गाड़ी और उसका मोबाइल दोनों आपके घर के पास होटल the सीटी क्लब के पास खड़ी है
मैं आपका नुक़सान नहीं चाहता
आपसे बार बार बोल रहा हूँ की घबराओ ना आप अल्लाह पे भरोसा रखो
पुलिस ने जब CCTV चेक किए, तो लेटर फेंकने वाला लड़का उसमें कैप्चर हो गया। वो रात 8.56 पर काले रंग की स्कूटी से आया था। उसने जींस-शर्ट पहनी हुई थी। बताया जा रहा है कि मास्टरमाइंड आरोपी टीचर रचिता ने अपने प्रेमी प्रभात शुक्ला और दोस्त आर्यन उर्फ अंकित के साथ मिलकर इस किडनैपिंग और मर्डर को अंजाम दिया। सभी अरेस्ट हो चुके हैं। शव प्रभात के घर से मिला था। प्रभात ने ही फिरौती का लेटर फेंका था। उन्होंने गला दबाकर कुशाग्र को मार डाला था। रचिता 2-3 साल से कुशाग्र को ट्यूशन दे रही थी। लेटर पर अल्लाह हु अकबर इसलिए लिखा ताकि कोई शक ना कर पाए।