मंदिर से हटाने पर दो चेलों ने की वारदात, गिरफ्तार
Agra(यूपी)। वे लोग, जो भगवान की प्रेम और सेवा में समर्पित होते हैं। उदार हृदय के होते हैं जिनके मन में सेवा भाव होता है और प्रभु की सेवा में तल्लीन रहकर मोह-माया और विद्वेश जैसी सामाजिक कुरीतियों से दूर रहते हैं उन्हें समाज में संत कहा गया है। मगर, आगरा में चंबल नदी के किनारे बने सिद्ध बाबा के एक मंदिर में महंत के दो चेलों ने ही उनकी कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। वारदात में शामिल दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन जिस मामूली सी बात पर इस घटना को अंजाम दिया गया उसे सुनकर पुलिस अफसर भी हैरान हैं।
ये हुई वारदात
आगरा में पिनहट थाना क्षेत्र के गांव ओसाना में चंबल नदी के किनारे सिद्ध बाबा का शिव मंदिर है। इस मंदिर पर संत बाबा कल्याण दास पिछले काफी समय से महंत के रूप में रह रहे हैं। कुछ समय से उनके जानकर दो साधु उनके मंदिर परिसर में ही रहने लगे। इन्हीं दोनों साधु सियाराम और राम सुमेर ने कुल्हाड़ी से संत बाबा कल्याण दास की मंदिर परिसर में ही बेरहमी से हत्या कर दी।
ये थी वारदात की वजह
दरअसल, बाबा कल्याण दास ने जिन दो साधुओं सियाराम और राम सुमेर को मंदिर में रखा था। वे कुछ समय पहले तक एक दूसरे मंदिर में रहते थे। एसीपी पिनहट अशोक कुमार के मुताबिक चंबल में पानी बढ़ने की वजह से उस मंदिर से वे पांच-छह गाय लेकर बाबा के पास आए और उनसे कुछ वक्त के लिए मंदिर में ही शरण मांग ली थी। बाबा ने उन्हें रख तो लिया, मगर पिछले कुछ दिन से गायों से मंदिर औऱ उसके आस-पास होने वाली गंदगी की वजह से बाबा उनसे नाराज थे। बाबा ने कई बार उन्हें टोका था। बताय़ा गया है कि घटना से पहले इसी बात पर बाबा ने उन्हें मंदिर परिसर छोड़कर अपने मंदिर चले जाने को कह दिया था। इसी बात से नाराज होकर दोनों ने उनका कुल्हाड़ी से कत्ल किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के कब्जे से बाबा का मोबाइल फोन और वारदात में इस्तेमाल कुल्हाड़ी बरामद कर उन्हें जेल भेज दिया है।
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