Aditya Chopra: आदित्य चोपड़ा की फिल्म तो आपने कई देखी होगी जो शुरुआत से लेकर आज तक सुपरहिट रहती है। आपको बता दे की मशहूर फ़िल्म निर्माता और निर्देशक आदित्य चोपड़ा शुरू से ही फिल्मों के जादूगर रहे हैं। वह रोमांस और एक्शन के मास्टर है इतना ही नहीं यशराज फिल्म का बड़ा नाम भी आदित्य चोपड़ा के योगदान से ही हुआ है। वही, आज फिल्म में माता अपना 53 व जन्मदिन मना रहे हैं इस मौके पर हम उनकी जिंदगी से जुड़े बातों पर नजर डालेंगे। देखा जाए तो आदित्य चोपड़ा की फिल्म आते ही लोग इसे देखने के लिए बेताब हो जाते हैं।
आदित्य चोपड़ा का जन्मदिन
आदित्य चोपड़ा का जन्म 21 मई 1971 को मुंबई में हुआ था। आदित्य अपने पिता यश चोपड़ा की तरह फिल्में बनाना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने बहुत कम उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया था। आदित्य ने महज 18 साल की उम्र में अपने पिता यश चोपड़ा के सहायक के रूप में काम करना शुरू कर दिया था। उस दौरान वह फिल्में बनाने की कला को बारीकी से सीख रहे थे। उन्होंने अपने पिता के साथ श्रीदेवी, ऋषि कपूर की फिल्म ‘चांदनी’ और जैकी श्रॉफ, अमृता सिंह और जूही चावला स्टारर ‘आइना’ में काम किया था।
करियर की शुरुआत
आदित्य चोपड़ा ने अपने निर्देशन करियर की शुरुआत शाहरुख खान और काजोल की फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ से की थी। अपनी पहली ही फिल्म से उन्होंने सिनेमा जगत में तहलका मचा दिया। इस फिल्म ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे सफल फिल्मों में से एक बन गई। ये फिल्म आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई है. इसके बाद उन्होंने कई रोमांटिक सुपरहिट फिल्में दीं। ‘मोहब्बतें’ से उन्होंने अपने भाई उदय चोपड़ा को लॉन्च किया। उन्होंने ‘रब ने बना दी जोड़ी’ से अनुष्का शर्मा को लॉन्च किया।
डायरेक्टर की कविताएं और डायलॉग
आदित्य चोपड़ा को मल्टीटैलेंटेड कहना गलत नहीं होगा। निर्देशन के अलावा उन्होंने कई कविताएं और डायलॉग भी लिखे हैं. उन्होंने दर्शकों को कई जॉनर की फिल्में भी दीं. निर्देशक और निर्माता होने के अलावा, आदित्य एक कुशल लेखक भी हैं और उन्होंने अपनी कई फिल्मों के लिए प्रसिद्ध संवाद लिखे हैं, जैसे डीडीएलजे में ‘ऐसा पहली बार हुआ 17-18 सालों में’, ‘जब तक है जान’ में ‘तेरी आंखों की ‘धूम 3’ में ‘नमकीन मस्तियां’ और ‘बंदे हैं हम उसके’। आदित्य बचपन में एपीडी डिसऑर्डर से जूझ रहे थे।