Amrish Puri Birthday: बॉलीवुड इंडस्ट्री के विलेन के रूप में जाने जाने वाले अमरीश पुरी की एक अलग ही पहचान है उन्होंने एक से बढ़कर एक खूंखार विलेन का रोल निभाया है। हालांकि अमरीश पुरी आज हमारे बीच नहीं है लेकिन उनके किरदार लोगों के दिलों Amrish Puri Birthday में आज भी जिंदा है। बॉलीवुड के मोगैंबो ने अपनी खास पहचान बनाई है और दर्शकों के दिलों पर राज किया है अमरीश पुरी एक ऐसे विलन रहे हैं जिन्हें आज तक कोई रिप्लेस नहीं कर पाया। बता दे की अमरीश पुरी अपनी एक फिल्म में विलेन का किरदार निभाने के लिए मुंह मांगी फीस वसूल करते थे।
हिंदी सिनेमा के सबसे महंगे विलन
हीरो से लेकर विलेन तक का किरदार निभाने वाले मशहूर एक्टर अमरीश पुरी ने 1967 में मराठी फिल्म ‘शांततु कोर्ट चालू आहे’ से डेब्यू किया था। उन्होंने 1971 में ‘रेशमा और शेरा’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। दिग्गज अभिनेता अमरीश पुरी ने अपने हर किरदार से न सिर्फ दर्शकों का दिल जीता बल्कि अपने कई किरदारों से इतिहास भी रचा। लगभग 50 नाटक करने के बाद इस प्रतिभाशाली अभिनेता ने फिल्मों की दुनिया में प्रवेश किया। आपको बता दें कि पर्दे पर अपने 30 साल के करियर में उन्होंने 400 से ज्यादा फिल्में कीं।
एक्टर ने ठुकराई ये फिल्म
गुजरे जमाने के मशहूर खलनायक अमरीश पुरी को जब मुंहमांगी फीस नहीं मिलती थी तो वे फिल्में छोड़ देते थे। 1998 के एक साक्षात्कार में, अनुभवी अभिनेता ने खुलासा किया था कि एन.एन. सिप्पी की एक फिल्म उन्होंने केवल इसलिए छोड़ दी थी क्योंकि उनकी फीस की मांग पूरी नहीं हो सकी थी और उन्होंने उन्हें 80 लाख रुपये देने से इनकार कर दिया था। वह अपनी फीस को लेकर काफी गंभीर थे। उनका कहना था कि जब मैं स्क्रीन पर काम से समझौता नहीं करता तो फीस से समझौता क्यों करूं।