जमशेदपुर (झारखंड): भोजपुरी फिल्मों के मशहूर सुपर स्टार खेसारी लाल (Khesari Lal Yadav) कभी अपना गुजारा चलाना के लिए दिल्ली में लिट्टी-चोखा बेचा करते थे। अपने पैशन के लिए उन्होंने फोर्स की नौकरी तक छोड़ दी थी। आज हम जानेगे की भोजपुरी (Bhojpuri Movies) के सुपर स्टार खेसारी लाल यादव को अपने जीवन के शुरुआत में क्या क्या किया , कैसे वो दूध बेचने से लेकर , भेंस चराने, लिट्टी चोखा बेचने तक काम किया। शुरुआत के दिनों में , खेसारी लाल गाँव में रामायण , महाभारत सुना करते थे और गया करते थे | बचपन में पढाई के साथ साथ खेसारी लाल जी रात को प्रोग्राम किया करते थे | उसके लिए उन्हें 10-20 रूपये मिलते थे |
यह भी पढ़ें :- RUBINA DILAIK PHOTO: रूबीना के पल्लू से बंधे पति अभिनव, यहां देखें कपल का रोमांटिक पोज
खेसारी लाल का असली नाम
खेसारी लाल यादव का असली नाम शत्रुघ्न यादव है। बिहार के सीवान जिले के रहने वाले खेसारी को पहली सफलता उनके भोजपुरी एलबम ‘माल भेटाई मेला’ से मिली थी। 2012 में आई उनकी पहली फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ से वे रातों रात भोजपुरी फिल्म जगत के स्टार बन गए।
यह भी पढ़ें :- ANUSHKA SHARMA PHOTO: रेड कार्पेट पर जलवा दिखाने को तैयार है अनुष्का शर्मा, एक्ट्रेस ने तस्वीरों से सजाई महफिल
खेसारी के कॅरियर का शुरुआती दौर
खेसारी शुरुआत में एक लोक गायक के तौर पर अपने आप को स्थापित करना चाहते थे। कॅरियर के शुरुआती दौर में उन्हें बहुत-सी मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में लिट्टी चोखा तक बेचा। बाद में उन्होंने फोर्स में नौकरी की, लेकिन फिर एक्टिंग और गायकी के लिए उन्होंने यह नौकरी भी छोड़ दी। पियवा गए रे हमर सऊदी रे भौजी, सैयां अरब गइले और सैयां आइबा की आइबा लहंगा में मीटर उनके एलबम के पॉपुलर गीत हैं।
यह भी पढ़ें :- मनोरंजन से जुड़ी बड़ी ख़बरें यहां पढ़ें