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अगर आप 7 घंटे से कम सोते हैं तो दिल का दौरा आपके दरवाजे पर बैठा है

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Heart Attack :  अगर आप कम से कम 7-8 घंटे की नींद नहीं लेते हैं तो क्या होगा? आप धीरे-धीरे बीमार होने लगेंगे। चेहरे पर बढ़ती उम्र के निशान दिखने लगेंगे। आपको वजन बढ़ना, कोलेस्ट्रॉल, हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर और आंखों से जुड़ी कई समस्याएं होने लगेंगी। जी हां, नींद की कमी या खराब नींद से दिल की समस्या हो सकती है। और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) ने नींद की कमी को हृदय रोगों के लिए जिम्मेदार कारकों की सूची में जोड़ा है। यह भी पढ़ें ऐसा होने दें

शारीरिक गतिविधि (व्यायाम), निकोटीन एक्सपोजर (धूम्रपान), आहार, अधिक वजन, रक्त शर्करा, कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप सहित हृदय स्वास्थ्य के लिए कई अन्य कारक भी जिम्मेदार हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने पीयर-रिव्यू जर्नल ‘सर्कुलेशन’ में ‘लाइफ्स एसेंशियल 8’ नाम की एक चेकलिस्ट प्रकाशित की है।यह स्पष्ट किया गया है कि धूम्रपान, उच्च कैलोरी आहार और व्यायाम की कमी की तरह, कम सोने से भी हृदय की समस्याएं बढ़ सकती हैं। यह भी पढ़ें- क्या आपकी पत्नी और बच्चे धूम्रपान करने की आपकी इच्छा से परेशान हैं? लाल मिर्च का पानी पिएं, कहानी होगी सब

मुंबई के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. ब्रायन पिंटो कहते हैं, ‘पिछले कुछ दशकों में मैंने देखा है कि जो लोग कम से कम सात घंटे की नींद नहीं लेते उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक होता है।’ सलाह दी जाती है कि वह 7 घंटे से ज्यादा सोएं, लेकिन साथ ही वह यह भी कहते हैं कि उन्हें 8 घंटे से ज्यादा नहीं सोना चाहिए। यानी अगर आप स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो आपको रोजाना 7-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए।  

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भारत सहित अधिकांश देशों में हृदय संबंधी समस्याएं मौत का नंबर 1 कारण हैं। कुछ साल पहले किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, भारत में हर एक लाख आबादी में से 272 लोगों की मौत हृदय रोगों के कारण होती है। विश्व रिकॉर्ड की तुलना में भारत इसमें विश्व औसत से काफी आगे है। दुनिया में कुल 1 लाख की आबादी के कारण 235 लोगों की मौत हृदय रोग से होती है।

शोध से पता चला है कि जो लोग रात में 6 घंटे से कम की नींद लेते हैं, उनमें मोटापा, उच्च रक्तचाप, टाइप -2 मधुमेह, साथ ही खराब मानसिक और संज्ञानात्मक स्वास्थ्य का खतरा अधिक होता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डोनाल्ड एम. लॉयड-जोन्स ने लाइफ़ज़ एसेंशियल्स 8 का विमोचन करते हुए कहा, “नींद की अवधि के लिए नए मेट्रिक्स नवीनतम शोध को दर्शाते हैं। नींद व्यक्ति के संपूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। स्वस्थ नींद पैटर्न वाले लोग वजन, रक्तचाप और टाइप 2 मधुमेह जैसे जोखिम कारकों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करते हैं। डॉ. पिटोन ने कहा, अभी तक बहुत कम नींद को हृदय स्वास्थ्य के लिए खतरे के रूप में पहचाना गया है, लेकिन जल्द ही ध्वनि प्रदूषण भी इस सूची में अपनी जगह बना लेगा।

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