Monkeypox : मंकीपॉक्स की दहशत दुनिया के कई देशों में फैल चुकी है और अब इसने भारत में भी दस्तक दे दी है। भारत में केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में एक व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया है। यह शख्स यूएई से लौटा था और जब मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर उसकी जांच की गई तो वह मंकीपॉक्स के संक्रमण से पॉजिटिव पाया गया। अब संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ का दावा है कि यह रोग एक और यौन संचारित रोग है।
संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ और एचआईवी/एटीडी के सलाहकार डॉ. ईश्वर गिलाडा का कहना है कि यह बीमारी शारीरिक संबंधों से फैलती है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इसे यौन संचारित रोग घोषित क्यों नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, इसके पीछे कोई कलंक हो सकता है या डब्ल्यूएचओ को इससे संक्रमित लोगों के साथ भेदभाव का डर है।
इतना ही नहीं डॉक्टर गिलाडा का कहना है कि 99 प्रतिशत मंकीपॉक्स संक्रमित पुरुष ऐसे होते हैं जो दूसरे पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि यूरोप में मंकीपॉक्स के 80 प्रतिशत मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद इसके सबसे ज्यादा मरीज अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और दूसरे देश हैं। यह बीमारी आमतौर पर बहुत करीबी रिश्तों से फैलती है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल मंकीपॉक्स का कोई पक्का इलाज नहीं है। हालांकि चेचक का टीका इसमें फायदेमंद हो सकता है। यह मंकीपॉक्स के उपचार में एक चिकित्सीय एजेंट के रूप में कार्य कर सकता है।