Breast cancer surgery: दिल्ली में breast cancer की एक महिला की सर्जरी के बाद lymphedema बीमारी का सफल इलाज किया गया है। लिम्फेडेमा एक दुर्लभ बीमारी है जिसमें शरीर के प्रभावित हिस्से में सूजन आ जाती है। breast cancer की सर्जरी के बाद lymphedema का खतरा होता है। ऐसे में भी महिला को सर्जरी के बाद lymphedema की समस्या हो गई थी। ऐसे में डॉक्टरों ने इलाज के लिए महिला की सुपर माइक्रोसर्जिकल प्रक्रिया से सर्जरी की थी। इस सर्जरी के बाद वह स्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
डॉक्टरों ने बताया कि महिला की 2018 में ब्रेस्ट सर्जरी हुई थी। इसके बाद रेडियो और कीमोथेरेपी हुई। सर्जरी के एक साल बाद, उन्होंने अपने बाएं ऊपरी अंग (स्तन) में धीरे-धीरे सूजन की शिकायत की। जांच में पता चला कि महिला को lymphedema है। ऐसे में दिल्ली के बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को लिम्फ नोड ट्रांसफर की सलाह दी, जिसमें लिम्फ नोड को एक जगह से काटकर प्रभावित अंग में प्रत्यारोपित कर दिया जाता है। मरीज ने शुरू में सर्जरी से इनकार कर दिया और पुराने तरीकों से इलाज करने को कहा, लेकिन एक साल के असफल इलाज के बाद, वह अस्पताल लौट आई। पहुंचे तो महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी।
ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी के बाद यह समस्या हो सकती है
डॉ. सुरेंद्र कुमार डबास, डॉ. राहुल कपूर और डॉ. सुरेंद्र कुमार डबास समेत सर्जनों की एक टीम ने सर्जरी की। डॉ. सुरेंद्र कुमार डबास ने स्थिति के बारे में बताया कि lymphedema की समस्या लगभग 20% रोगियों को प्रभावित करती है जो (breast cancer सर्जरी के बाद) होते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योकि लसीका प्रणाली, प्रतिरक्षा और संचार प्रणाली के हिस्से में रुकावट होने लगती है। lymphedema आमतौर पर कैंसर के उपचार के कारण लिम्फ नोड को हटाने या क्षति के कारण होता है।
सर्जरी के बाद नियमित जांच कराएं
डॉ. राहुल कपूर ने कहा कि breast cancer की सर्जरी कराने वाले सभी लोगों को सर्जरी के बाद नियमित रूप से जांच कराने की सलाह दी जाती है। यदि कोई समस्या हो तो यथाशीघ्र परामर्श लेना चाहिए और अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए यथाशीघ्र आवश्यक प्रक्रिया से गुजरना चाहिए। इसके लक्षणों को जानकर और सही समय पर इलाज कर मरीज का इलाज आसानी से किया जा सकता है।