हानिकारक रोगजनकों सहित कई प्रकार के बैक्टीरिया 40°F (4°C) और 70°F (21°C) के बीच तेज़ी से बढ़ते हैं। रेफ़्रिजरेशन उनकी वृद्धि को धीमा कर देता है, जिससे उनके गुणा करने और बीमारी पैदा करने की संभावना कम हो जाती है।
आलू: उन्हें ठंडी, अंधेरी जगह पर रखें जहाँ हवा का अच्छा संचार हो। रेफ्रिजरेशन स्टार्च को शर्करा में बदल सकता है, जिससे वे मीठे और बेस्वाद हो सकते हैं।
प्याज: उन्हें सूखे, हवादार क्षेत्र में रखें। रेफ्रिजरेशन की वजह से प्याज अंकुरित हो सकते हैं और उनका स्वाद खराब हो सकता है।
लहसुन: इसे ठंडी, सूखी जगह पर रखें। रेफ्रिजरेशन की वजह से लहसुन में फफूंद लग सकती है और उसका स्वाद खराब हो सकता है।
शकरकंद: इन्हें ठंडी, अंधेरी जगह पर रखें, जहाँ हवा का अच्छा संचार हो। रेफ्रिजरेशन की वजह से शकरकंद नरम और बेस्वाद हो सकते हैं।
टमाटर: इन्हें कमरे के तापमान पर, सीधी धूप से दूर रखें। रेफ्रिजरेशन की वजह से टमाटर अपना स्वाद और बनावट खो सकते हैं।
एवोकाडो: इन्हें कमरे के तापमान पर तब तक रखें, जब तक ये पक न जाएँ, फिर पकने की प्रक्रिया को धीमा करने के लिए इन्हें रेफ़्रिजरेटर में रखें।
ब्रेड: इसे ठंडी, सूखी जगह पर रखें या इसकी ताज़गी और बनावट को बनाए रखने के लिए इसे फ़्रीज़ करें।
कॉफ़ी बीन्स: इन्हें ठंडी, सूखी जगह पर एयरटाइट कंटेनर में रखें। रेफ्रिजरेशन की वजह से कॉफ़ी बीन्स नमी और गंध को सोख सकती हैं।
हर्ब्स: इन्हें ठंडी, सूखी जगह पर रखें या इनके स्वाद और सुगंध को बनाए रखने के लिए इन्हें फ़्रीज़ करें।