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Health Tips: खाने-पीने में पोषक तत्वों की कमी? जानें बचाव के तरीके

Health Tips: शरीर में पोषक तत्वों की कमी आजकल आम बात हो गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हम रोजाना अपने खाने-पीने की जिन चीजों का इस्तेमाल करते हैं उनमें पोषक तत्व कम होते जा रहे हैं। इसे लेकर कई शोध सामने आ चुके हैं, जिनमें इसे गंभीर मसला बताया गया है। हम ने वजन कम करने की प्रक्रिया में पोषक तत्वों की कमी के बारे में सुना होगा, लेकिन अगर स्वस्थ खाने के बाद ऐसा हो रहा है, तो यह बहुत ही चौंकाने वाला है।

प्रोटीन

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‘हम प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए दालें खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दालों में पर्याप्त पोषण होता है, केवल दालें, गेहूं, चावल, फल, सब्जियां या बाजरा ही क्यों, सभी में पोषण की कमी होती है। हम यह मान लेते हैं कि स्वस्थ खाने से हम फिट और रोगमुक्त रहेंगे, लेकिन यह कैसे संभव है जब हमारे खाने-पीने में पोषक तत्व कम हो गए हैं।

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खाने की चीजों में पोषण तत्वों की कमी

हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक पिछले तीन से चार दशकों में खाने की चीजों में पोषक तत्वों की लगातार कमी होती जा रही है। अनाज और फलों और सब्जियों में अब प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, राइबोफ्लेविन और विटामिन सी कम हो गया है।

विशेषज्ञों के अनुसार खाद्य पदार्थों को स्वादिष्ट व आकर्षक बनाने की होड़ के अलावा रासायनिक खाद व कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग, हाईब्रिड बीज, मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी भी इसके लिए जिम्मेदार है। इसलिए सरकार को इस दिशा में कुछ कदम उठाने चाहिए। पोषक तत्वों की कमी के कारण जोड़ों में दर्द, पेट की समस्या, हर समय थकान या अन्य शारीरिक समस्याएं बनी रहती हैं।

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जानकारों की मानें तो इस समस्या से निपटने के लिए क्रॉप रोटेशन पॉलिसी को बढ़ावा देना होगा। इसके अलावा दो फसलों के बीच के अंतराल को बढ़ाना होगा, कृत्रिम खाद के स्थान पर प्राकृतिक खाद को बढ़ावा देना होगा, जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा और खेती के पारंपरिक तरीकों को बदलना होगा।

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Disclaimer: खबर में दी गई जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है। हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी द Midpost की नहीं है। आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से जरूर संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।

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