Herbs To Control Uric Acid: हर व्यक्ति को रोजाना 50 से 60 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है। प्रोटीन की पूर्ति के लिए मनुष्य दाल, अंडा, मटन, पनीर, चावल, हरी सब्जियां, दूध आदि खाता है। लेकिन जब ये चीजें पेट में टूटती हैं तो इससे प्यूरीन बनता है। और यही प्यूरीन यूरिक एसिड में बदल जाता है। आमतौर पर शरीर में बनने वाला अतिरिक्त यूरिक एसिड पेशाब के जरिए बाहर निकल जाता है, लेकिन जब यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में बढ़ने लगती है तो यह क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है।
जड़ी-बूटियाँ जो यूरिक एसिड को घोलती हैं
1. त्रिफला- त्रिफला के सेवन से यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है। आयुर्वेद में इसका उपयोग पेट से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।
2. गिलोय- आयुर्वेद में गिलोय का विशेष महत्व है। इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में किया जाता है। गिलोय का रस गठिया के इलाज में अच्छा काम करता है और यूरिक एसिड को काफी कम करता है।
यह भी पढ़ें :-स्वास्थ्य का खजाना है शहद और लहसुन, रोजाना खाली पेट करें सेवन और देखें जादू
3. नीम- दर्द से राहत पाने के लिए अक्सर नीम का इस्तेमाल किया जाता है। यह गठिया के दर्द से राहत दिलाता है। जोड़ों के दर्द में नीम की पत्तियों को पीसकर लगाना चाहिए।
4. चेरी और डार्क बेरी – आयुर्वेद में यूरिक एसिड को कम करने के लिए चेरी और डार्क बेरी को अच्छा माना जाता है। चेरी का जूस यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है।
5. हल्दी – दर्द से राहत पाने के लिए हल्दी एक बेहतरीन औषधि है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड है जो जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है।
यह भी पढ़ें :- स्वास्थ्य से जुड़ी बड़ी ख़बरें यहां पढ़ें
Disclaimer: खबर में दी गई जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है। हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी द Midpost की नहीं है। आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से जरूर संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।