Heart attack prevention Tips: 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा, ऐसे करें बचाव

Heart attack prevention Tips: सर्दी के इस मौसम में कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लोगों को सांस की बीमारी, गठिया और अस्थमा अटैक होने का खतरा है। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के मौसम में हार्ट अटैक का खतरा बहुत ज्यादा होता है। ऐसा हृदय की धमनियों के सिकुड़ने के कारण होता है। पूर्व में कई लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई है। ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है।
डॉक्टरों के मुताबिक इस मौसम में 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अजीत कुमार से बातचीत में बताया कि ठंड के कारण हृदय की धमनियां सिकुड़ने लगती हैं. इससे बीपी बढ़ जाता है और हार्ट अटैक की नौबत आ जाती है। जिन लोगों को मोटापा, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल की शिकायत है। उन्हें हार्ट अटैक का काफी खतरा है। इसके साथ ही 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी इसका खतरा होता है। इन लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। इस मौसम में विशेष आहार लेना चाहिए। इसमें फाइबर, प्रोटीन और विटामिन शामिल करें। फैट और कार्ब कम मात्रा में लें।
दिल का चेकअप करो
डॉ. कुमार कहते हैं कि इस मौसम में लोगों को अपने दिल की जांच जरूर करवानी चाहिए। इसके लिए लिपिड प्रोफाइल टेस्ट और इकोकार्डियोग्राम किया जा सकता है। अगर इन जांचों में दिल में कोई कमी नजर आती है तो तुरंत डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए। खासतौर पर कोलेस्ट्रोल और हार्ट में किसी तरह के ब्लॉकेज का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ ही लक्षणों पर भी नजर रखनी चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को सीने में दर्द हो रहा है, अचानक दिल की धड़कन तेज हो जाना या तेज हो जाना, अचानक पसीना आना और सांस लेने में दिक्कत होना, तो ये हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको ऐसी कोई समस्या नजर आती है तो तुरंत डॉक्टर्स से सलाह लें।
अपनी दवाएं नियमित रूप से लें
डॉ. अजीत का कहना है कि इस मौसम में डायबिटीज, हाई बीपी के मरीजों को अपनी दवाएं समय पर लेनी चाहिए। दवा का कोर्स छोड़ना नहीं चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही कोई हृदय रोग है तो उसे भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे मरीजों को नियमित रूप से डॉक्टर के पास फॉलो-अप के लिए जाना चाहिए। अगर आपको दिल की बीमारी से जुड़ा कोई लक्षण नजर आ रहा है तो इसे लेकर बिल्कुल भी लापरवाही न करें।