Protein Shake For Health: प्रोटीन शेक का चलन धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। वर्कआउट के बाद ज्यादातर लोग प्रोटीन शेक पीना पसंद करते हैं। इस शौक में बच्चे से लेकर बड़े तक हर कोई शामिल है। लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि क्या ये शेक वाकई सभी के लिए स्वास्थ्यवर्धक हैं। ये सवाल 16 साल के बच्चे की मौत के बाद उठ रहे हैं। जिनकी मौत का कारण प्रोटीन शेक से उत्पन्न आनुवंशिक स्थिति माना जा रहा है।
उच्च प्रोटीन का प्रभाव
इस बच्चे की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर माना गया कि शरीर में प्रोटीन की मात्रा अधिक होने के कारण ऑर्निथिन ट्रांसकार्बामाइलेज नाम की एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी विकसित हो गई। यह दुर्लभ बीमारी शरीर में अमोनिया के टूटने को रोक देती है। और खून में अमोनिया बढ़ता जाता है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि प्रोटीन शेक के पाचन की प्रक्रिया के बाद शरीर में कई तरह के अपशिष्ट पदार्थ बनते हैं। जो इतना प्रभाव डाल सकता है। इस संबंध में कोरोनर टॉम ओसबोर्न की रिपोर्ट का हवाला देते हुए विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि प्रोटीन पाउडर पर इस संबंध में चेतावनी लिखी जानी चाहिए।
प्रोटीन शेक पीना चाहिए या नहीं?
इस मामले के बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय है कि प्रोटीन शेक पीने से पहले यह जान लेना चाहिए कि शरीर को इसकी कितनी जरूरत है। चाहे जिम जाने वाले हों या बिना वर्कआउट के प्रोटीन शेक पीने वाले लोग, इसका अधिक सेवन सभी के लिए हानिकारक हो सकता है। जितना हो सके प्राकृतिक प्रोटीन लें। अगर आप प्रोटीन शेक पीते हैं तो शरीर की जरूरत को समझने के बाद ही इसका इस्तेमाल करें।
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