Health: कम सोना हो सकता है आपके लिए हानिकारक, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा!

Sleeping Problem: ये बात आपने कई बार सुनी होगी कि स्वस्थ रहने के लिए एक्सरसाइज और वर्कआउट करना चाहिए। हालांकि, यह दावा कुछ हद तक सही है, लेकिन हर बार इस नियम का पालन नहीं किया जा सकता। लोग नहीं जानते कि स्लीपिंग पैटर्न को उनकी हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए भी बहुत जरूरी माना गया है। अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेंगे तो आप मानसिक और शारीरिक रूप से ठीक नहीं रह पाएंगे। इतना ही नहीं, अगर आप ठीक से नींद नहीं ले रहे हैं - तो मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा होता है।
हार्वर्ड की रिसर्च में क्या निकला?
मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल को आमतौर पर अनुवांशिक रोग माना जाता है। खराब लाइफस्टाइल और खान-पान भी इसका कारण बनता है। लेकिन हार्वर्ड हेल्थ जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है कि कम सोने से आपका मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। सोने से हमारा दिमाग और शरीर दोनों ही रिचार्ज होते हैं। दरअसल सोने से भी हमारा शरीर काफी हद तक नियंत्रित रहता है। नींद के दौरान मेलाटोनिन हार्मोन रिलीज होता है, जिससे हमारा शरीर रिलैक्स होता है। अनिद्रा से हमारा शरीर बहुत प्रभावित होता है। यह हमारे शरीर के प्राकृतिक कार्यों को प्रभावित करता है।
2009 में स्लीप रिसर्च के मुद्दे में क्या निकला?
साल 2009 में इश्यू ऑफ स्लीप नाम की एक रिसर्च सामने आई थी। इस शोध के अनुसार 6 घंटे से कम सोने वाले पुरुषों में हाई कोलेस्ट्रॉल पाया गया। यह बात अपने आप में डरावनी है। दूसरी ओर, जिन महिलाओं ने 6 घंटे से कम नींद ली उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम पाया गया। कम नींद लेने से लेप्टिन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। यह हार्मोन हमारे चयापचय को स्थिर करता है।
वहीं, अमेरिकन सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, नींद के पैटर्न में बदलाव से इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप प्री डायबिटिक हैं और आपको ठीक से नींद नहीं आ रही है तो आपका ग्लूकोज लेवल बढ़ सकता है।