दूध की तरह फलों को भी संपूर्ण आहार माना जाता है। इसमें विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। फल खाने से हमारा मेटाबॉलिज्म और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, जिससे हमारा शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है। लेकिन कुछ लोग फलों का स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें नमक, चीनी या चाट मसाला मिला देते हैं। लेकिन क्या यह सच है कि फलों में स्वाद मिलाने से उनका पोषण बढ़ जाता है? सभी भारतीय फल चाट प्रेमी नमक या चाट मसाला छिड़कना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि फलों पर मसाले छिड़कने के बाद कैसे पानी निकल जाता है? फलों से पानी निकलने का मतलब है कि उसमें से पोषण निकल रहा है।
पोषक तत्वों की रिहाई
फलों पर नमक या मसाले छिड़कने से उन्हें झटपट नाश्ता बनाया जा सकता है, लेकिन इससे फल से आवश्यक विटामिन और खनिज प्लेट में नहीं रह जाते हैं।
किडनी के लिए खतरनाक
नमक फलों में अनावश्यक सोडियम जोड़ता है। सोडियम हमारे शरीर में वॉटर रिटेंशन का कारण बनता है और किडनी के लिए खराब होता है। इसलिए अगर आप किडनी के मरीज है तो बिना नमक या मसाले वाले फलों का ही सेवन करें।
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ब्लोटिंग हो सकती है
मसालेदार फल खराब पीएच और सोडियम के कारण वॉटर रिटेंशन के कारण सूजन की संभावना को बढ़ा सकते हैं। इससे आप दिन भर बेचैनी महसूस करेंगे।
इलायची का प्रयोग करें
आयुर्वेद के अनुसार स्वस्थ रहने के लिए एक समय में एक फल खाने की सलाह दी जाती है। गर्मियों में आप अपने फलों पर इलायची और काली मिर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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