Sugar And Jaggery: यह बात किसी से छुपी नहीं है कि चीनी शरीर के लिए हानिकारक होती है। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि खाने में चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन क्या गुड़ वास्तव में चीनी से ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक है?
चीनी या गुड़
चीनी की जगह गुड़ का प्रयोग नहीं किया जा सकता। गुड़ और चीनी का इस्तेमाल मौसम और फूड कॉम्बिनेशन पर निर्भर करता है। अक्सर सर्दियों में गुड़ और गर्मियों में चीनी खाने की सलाह दी जाती है। गुड़ का उपयोग आप गुड़ की पोली, तिल की चिक्की, गोंद के लड्डू और बाजरे की रोटी के साथ कर सकते हैं। जबकि शर्बत, चाय/कॉफी, श्रीखंड, शिकंजी के साथ चीनी का प्रयोग किया जाता है। गुड़ की जगह चीनी का प्रयोग न करें बल्कि समय और परिस्थिति के अनुसार दोनों का प्रयोग करें।
चीनी और गुड़ बनाने की प्रक्रिया
चीनी और गुड़ दोनों का स्रोत गन्ने का रस है। बस बनाने का तरीका अलग है, लेकिन गुड़ के फायदे चीनी से भी ज्यादा हैं। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, गुड़ पूरी तरह से प्राकृतिक है, जबकि चीनी बनाते समय ब्लीचिंग एजेंट और कई रसायनों का उपयोग किया जाता है।
अंतर
गुड़ धीरे-धीरे घुलता है जिसके कारण यह हमारी शुगर को संतुलित करता है जबकि चीनी तेजी से घुलती है जिसके कारण शुगर-बीपी तेजी से हाई हो जाता है। चीनी केवल कैलोरी बढ़ाती है जबकि गुड़ में आयरन, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जो शरीर के स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए बेहतर स्रोत बनते हैं।
खाना खाने के बाद गुड़
आयुर्वेद के अनुसार, खाना खाने के बाद गुड़ का एक टुकड़ा खाएं, इससे शरीर की सारी गंदगी बाहर निकल जाएगी, साथ ही यह भोजन को पचाने और पचाने में भी मदद करता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि चीनी और गुड़ दोनों ही शरीर में कैलोरी बढ़ा सकते हैं।