मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परिवार नियोजन को लेकर विधानसभा और विधान परिषद में लगातार राज्य की जनता को जागरुक करते रहते हैं। इस बीच मुजफ्फरपुर जिले से एक बड़ा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां स्वास्थ विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बध्याकरण ऑपरेशन के बावजूद महिला एक दो बार नहीं बल्कि तीन बार गर्भवती हो गई। सुनने में भले ही अजीब लग रहा है लेकिन यह सत्य है।
हैरान कर देने वाला यह मामला मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट क्षेत्र के केवटसा का है। मामला सामने आते ही स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया। महिला ने सिविल सर्जन और डीएम से शिकायत की है। दोषी पर करवाई को लेकर पीड़िता सदर अस्पताल से लेकर डीएम कार्यालय का चक्कर लगा रही है। पीड़िता जुली देवी ने बताया कि 2015 में गायघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में परिवार नियोजन कराया था। ऑपरेशन करवाने के बाद भी दो बच्चे हो गए और तीसरा गर्भ में है। पहले से चार बच्चे थे अब कुल 7 बच्चों को हम कैसे पालेंगे। इसकी चिंता सता रही है। काफी गरीब परिवार से हैं । पति मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते हैं।
महिला के पति नीरज सिंह ने बताया कि वह मेहनत-मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं। लगभग 20 साल पहले उनकी शादी हुई थी। शादी के बाद हमें चार संताने हुई। उन्होंने बताया कि डॉक्टर की सलाह पर 2015 में पत्नी का परिवार नियोजन ऑपरेशन गायघाट पीएचसी में लगे कैंप में करवा दिया। परिवार नियोजन ऑपरेशन के 3 साल के बाद 2018 में मेरी पत्नी फिर से गर्भवती हुई। इसकी जानकारी तत्कालीन सिविल सर्जन को दी, शिकायत के बाद जांच का आदेश सिविल सर्जन ने दिया। जांच के क्रम में ही 2018 में बेटे और 2020 में बेटी का जन्म हुआ। एक बार फिर वर्ष 2023 में महिला गर्भवती हो गई है। अब इसे लेकर गर्भवती महिला का पूरा परिवार चिंतित है। सबका भरण पोषण कैसे करेंग
फिर मिला जांच और कार्रवाई का आश्वासन
ऑपरेशन के बाद जब पहला बच्चा हुआ तभी जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि मामले में उचित जांच पर कानून कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले को लेकर प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर रेहान अशरफ ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नही है क्योंकि यह नसबंदी मेरे समय का नहीं है, फिर भी पता करता हूं। सिविल सर्जन ने कहा परिवार नियोजन के बाद बच्चे हुए हैं। इसकी जांच करेंगे।
अफसर लापरवाही करते रहते हैं। मामला जब सामने आता है तो जांच कर कार्रवाई का आश्वसन दे देते हैं। सरकार और अफसर इससे ज्यादा कर भी क्या सकते हैं।