Yoga Tips for Healthy Heart: भारत में पिछले कुछ सालों से दिल की बीमारी बहुत तेजी से बढ़ रही है. गैर-संचारी रोगों में, कैंसर के बाद सबसे अधिक मौतें हृदय रोगों के कारण होती हैं। सर्दी के इस मौसम में भी दिल की बीमारी का खतरा बहुत ज्यादा बना रहता है। हार्ट अटैक के मामले भी काफी बढ़ जाते हैं। दिल की बीमारियों को कंट्रोल करने के लिए लोग कई तरह की दवाइयां लेते हैं, लेकिन योग के जरिए हृदय रोग और हार्ट अटैक से भी बचा जा सकता है।
आइए जानते हैं हृदय रोग के कारण और बचाव के तरीके योग विशेषज्ञों से
वैज्ञानिक योग के संस्थापक व योग गुरु डॉ. भारत भूषण ने बताया कि सर्दी के मौसम में हृदय की धमनियों में संकुचन होता है, जिससे बीपी बढ़ जाता है और हार्ट अटैक आ जाता है। कई मामलों में दिल का दौरा पड़ने से मरीज की अचानक मौत हो जाती है और इसके कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग अपने दिल की सेहत का ख्याल रखें। इसके लिए जरूरी है कि खान-पान और जीवनशैली को ठीक रखा जाए। इसके साथ ही कुछ योगाभ्यास भी हैं जिनका प्रयोग कर हृदय रोग से बचा जा सकता है।
इसके लिए सबसे पहले कंपाउंड मैनेजमेंट जरूरी है। जल नेति हृदय रोगियों के लिए एक आदर्श अभ्यास है। लेकिन उसके बाद भस्त्रिका न करें, हालांकि कपाल भट्टी का अभ्यास बहुत ही लाभकारी होता है। डॉ. भारत भूषण बताते हैं कि हृदय रोगियों को अपने शरीर की क्षमता के अनुसार योगासन करने चाहिए। ऐसे आसन करने चाहिए जिससे सांस तेज न हो और सामान्य रहे।
हार्ट को फिट रखने के लिए आप कर सकते हैं ये 4 योगासन
पवन मुक्त वज्रासन
शशांकासन
सरपासन
पुल आसन
आहार का ध्यान रखें
डॉ. भारत भूषण कहते हैं कि इन चार योगासनों से दिल की सेहत अच्छी रहती है। इन योगासनों के साथ-साथ खान-पान का भी ध्यान रखना जरूरी है। खाने में जंक फूड न लें और प्रोटीन व विटामिन शामिल करें। इन चार योग आसनों का रोजाना अभ्यास करें। सीने में दर्द हो, अचानक पसीना आए। जी मिचलाना, सांस लेने में तकलीफ की समस्या हो तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि ये योगासन अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही करें। अगर शरीर पर ज्यादा दबाव हो तो आसन को तुरंत छोड़कर शवासन की मुद्रा में लेट जाएं।