Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड प्राप्त करने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि जिले में अब तक 5 लाख से ज्यादा गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं, लेकिन बड़ी संख्या में लाभार्थी अपने कार्ड में दर्ज गलत जानकारियों के कारण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। सरकार ने फिलहाल 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को इस योजना में शामिल करने की घोषणा की है. मौजूदा समस्याओं का हल न होने से लाभार्थियों में निराशा है.
क्या है पूरा मामला?
स्वास्थ्य विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि कार्ड में नाम, पता और आयु गलत दर्ज है, जिससे अस्पतालों में कार्ड अस्वीकार किए जा रहे हैं। अब तक 450 से अधिक शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। इसमें लाभार्थियों ने अपने कार्ड में सुधार की मांग की है।डॉ. राकेश तेवतिया का कहना है कि किसी भी प्रकार का संशोधन करने का अधिकार स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है. वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकते हैं.
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आयुष्मान योजना के नोडल
अधिकारी डॉ. राकेश तेवतिया ने बताया कि सभी शिकायतें लखनऊ मुख्यालय को भेजी जा चुकी हैं, लेकिन कार्ड में किसी भी प्रकार का संशोधन करने का अधिकार स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है। इस कारण शिकायतों का समाधान लटका हुआ है।इस समस्या के कारण कई लाभार्थी पिछले 6 से 8 महीने से स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं। बावजूद इसके, अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकाला जा सका है। शिकायतकर्ता लगातार जनसुनवाई पोर्टल पर भी अपनी समस्याओं को दर्ज करा रहे हैं, लेकिन स्थिति वैसी की वैसी ही है.
सरकार द्वारा 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को इस योजना में शामिल करने की घोषणा के बावजूद, मौजूदा समस्याओं का हल न होने से लाभार्थियों में निराशा है। उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा है.