Yashasvi Jaiswal: यशस्वी जयसवाल ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम टेस्ट में अपने खेल के दम पर सभी को चकित कर दिया। ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क के पहले ओवर में चार चौके मारकर उन्होंने न केवल एक शानदार शुरुआत की, बल्कि वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। अपनी शानदार बल्लेबाजी से कई दिग्गज खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया है। उनकी साहसिक खेल शैली और तकनीकी कौशल ने उन्हें युवा क्रिकेटरों में से एक महत्वपूर्ण नाम बना दिया है। हालाँकि, दूसरी पारी में 22 रन बनाकर स्कॉट बोलैंड के हाथों क्लीन बोल्ड होना उनके लिए थोड़ा निराशाजनक हो सकता है। बावजूद इसके, उनका प्रदर्शन आशाजनक है, और उन्हें भविष्य में और बेहतर करने की उम्मीद है।
सहवाग ने 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ
पहले ओवर में 13 रन बनाए थे, और रोहित शर्मा ने 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पैट कमिंस के ओवर में 13 रन बनाकर इस रिकॉर्ड की बराबरी की थी। लेकिन यशस्वी ने एससीजी पर अपने पहले ही ओवर में 16 रन बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। अगर वह इसी तरह से अपने खेल का विकास करते रहे, तो निश्चित रूप से वे आगे चलकर और भी बड़ी सफलताएं प्राप्त कर सकते हैं।
यहां तक कि पहली पारी में भारतीय टीम ने 16 रन बनाने में सात ओवर का समय लिया, वहीं यशस्वी ने पहले ओवर में ही यह आंकड़ा पार कर लिया। यशस्वी का यह प्रदर्शन न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। उनकी जल्दी रन बनाने की क्षमता और आत्मविश्वास ने मैच का रुख बदलने की संभावना को बढ़ा दिया है।