spot_img
Saturday, March 15, 2025
-विज्ञापन-

More From Author

चाय को ज्यादा उबालने वाले हो जाएं सावधान! सेहत को पहुंचा रहे हैं गभीर नुकसान

हमारे देश में चाय के शौकीनों की कमी नहीं है। कुछ लोगों को चाय इतनी पसंद होती है कि उनका दिन चाय से ही शुरू और खत्म होता है। भारत में लोग अपने स्वाद और सेहत के हिसाब से चाय पीना पसंद करते हैं। स्वाद और सेहत के हिसाब से आपको यहां ग्रीन टी, ब्लैक टी, लेमन टी और मिल्क टी के दीवाने मिल जाएंगे। भारत में ज्यादातर लोग मिल्क टी पीना पसंद करते हैं। ऐसे में कुछ लोग चाय के इतने शौकीन होते हैं कि वे अपनी चाय को काफी देर तक उबालते रहते हैं, जब तक कि उसका रंग गहरा न हो जाए। या फिर वे उसमें इतनी पत्तियां डाल देते हैं कि उसका रंग गहरा और स्वाद कड़वा हो जाता है।

कुछ लोगों की आदत होती है कि वे चाय को काफी देर तक उबालकर पीते हैं। इससे चाय का स्वाद तो जरूर बढ़ जाता है, लेकिन सेहत के लिहाज से यह बिल्कुल भी फायदेमंद नहीं है। ज्यादा देर तक उबली हुई चाय आपकी सेहत पर नकारात्मक असर डालती है। इसलिए अगर आप चाय पीने के शौकीन हैं, तो आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि चाय को कितनी देर तक उबालना सही रहता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

कितनी देर तक उबालनी चाहिए चाय?

चाय बनाने के लिए सारी सामग्री डालने के बाद उसे सिर्फ 4-5 मिनट तक उबालें। अगर आप इससे ज्यादा देर तक चाय उबालते हैं तो इससे आपकी सेहत को गंभीर नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं चाय को ज्यादा देर तक उबालने के क्या नुकसान हैं।

1. शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी हो सकती है

दूध वाली चाय को ज्यादा देर तक पकाने से उसमें टैनिन की मात्रा बढ़ जाती है। टैनिन की मात्रा बढ़ने से शरीर में आयरन की कमी हो जाती है, जिससे आप जल्द ही एनीमिया का शिकार हो सकते हैं।

2. एसिडिटी की समस्या

दूध वाली चाय को ज्यादा उबालने से उसका पीएच लेवल भी बढ़ जाता है, जिससे चाय ज्यादा अम्लीय हो जाती है।

3. पाचन संबंधी समस्याएं

चाय को ज्यादा देर तक उबालने से उसके अम्लीय गुण बढ़ जाते हैं, जिससे आपको पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

4. हाई ब्लड प्रेशर

अगर आप पहले से तैयार चाय को उबालकर दोबारा पीते हैं तो उसमें टैनिन की मात्रा पहले से कहीं ज्यादा बढ़ जाती है, जो आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करती है।

5. पोषक तत्वों की कमी

दूध वाली चाय को बार-बार उबालकर पिएंगे तो उससे दूध में मौजूद कई पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन डी और कैल्शियम कम हो जाते हैं या नष्ट हो जाते हैं।

Latest Posts

-विज्ञापन-

Latest Posts