Cervical Cancer: हेल्थ मिनिस्टर जे पी नड्डा ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि केंद्र HPV वैक्सीन (Human Papillomavirus Vaccine) को नेशनल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम में शामिल करने पर विचार कर रहा है। बता दें HPV वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर को रोकने में मदद करता है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार लगभग 99% सर्वाइकल कैंसर के मामले हाई रिस्क ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) के संक्रमण से जुड़े हैं।
सर्वाइकल कैंसर से करीब 3.5 लाख मौतें दर्ज
सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे आम कैंसर है, जो सेक्शुअल कॉन्टेक्ट से फैलता है। WHO के मुताबिक, 2022 में सर्वाइकल कैंसर के करीब 660000 मामले सामने आए। इसके अलावा 350000 महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर से मृत्यु दर्ज की गई।
ज्यादातर मामले 35-45 साल की महिलाओं के हैं। सर्वाइकल कैंसर में महिलाओं के सर्विक्स (Cervix) में ट्यूमर और लम्प्स बनने लगते हैं। यदि समय पर बीमारी का पता नहीं लगाया गया तो पीड़ित की जान भी जा सकती है।
सर्वाइकल कैंसर स्टेज I
इस स्टेज में कैंसर सिर्फ पीड़ित के यूट्रस तक ही सीमित रहता है। सर्वाइकल कैंसर की इस स्टेज में दो और स्टेज हैं स्टेज IA और IB। स्टेज IA को डाइग्नोस करने के लिए सेल्स और टिशू को माइक्रोस्कोप में एग्जामिन किया जाता है। इमेजिंग टेस्ट ट्यूमर की साइज का पता लगाता है।
स्टेज IA1 में कैंसर का एरिया 3mm गहरा होता है। वहीं IA2 में कैंसर का ये एरिया 3-5 mm गहरा हो जाता है। वहीं दूसरी ओर स्टेज IB में ट्यूमर सर्विक्स में होता है। हालांकि इस स्टेज में ट्यूमर का साइज बढ़ता जाता है। स्टेज IB1 में ट्यूमर का साइज 5 mm गहरा और 2 cm चौड़ा होता है। वहीं IB2 और IB3 में ट्यूमर का साइज 2-4 cm हो जाता है।
सर्वाइकल कैंसर स्टेज II
इस स्टेज में कैंसर यूट्रस के आसपास के क्षेत्र जैसे सर्विक्स या वजाइना के टिशू में फैलता है। इस स्टेज में कैंसर वजाइना के अपर टू-थर्ड को प्रभावित करता है। स्टेज IIA के स्टेज IIA 1 और IIA 2 में ट्यूमर का साइज 4 cm से ज्यादा बढ़ जाता है।
स्टेज IIB में ट्यूमर का साइज तो बढ़ता है, लेकिन ये पेल्विक एरिया तक नहीं पहुंचता है।
सर्वाइकल कैंसर स्टेज III
सर्वाइकल कैंसर स्टेज III में कैंसर वजाइना के लोअर थर्ड को प्रभावित करता है। साथ ही इस स्टेज में किडनी में सूजन आती है और किडनी काम करना बंद कर देती है। इसके अलावा कैंसर पीड़ित की पेल्विक वॉल या रीजनल लिंफ नोड्स तक फैल जाता है।
सर्वाइकल कैंसर स्टेज IV
यह सर्वाइकल कैंसर की लास्ट स्टेज है। स्टेज IVA में कैंसर पीड़ित के ब्लैडर या रैक्टम तक पहुंच जाता है। वहीं स्टेज IVB में कैंसर पेल्विस के बाहर शरीर के बाकी अंग जैसे लंग्स, लिवर, हड्डियां या लिंफ नोड्स तक स्प्रैड हो जाता है। इस स्टेज में इसे सेकंडरी या मेटास्टेटिक कैंसर के नाम से जाना जाता है।
यह एक बहुत ही एडवांस स्टेज जिसमें प्रोग्नोसिस कमजोर होता है और ट्रीटमेंट सक्सेस सीमित होता है।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
किसी भी बीमारी का इलाज करने से पहले उसके लक्षणों को अच्छी तरह से समझना जरूरी होता है। सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों में शामिल हैं:
वेजाइनल ब्लीडिंग
हैवी और लंबे समय तक चलने वाले पीरियड्स
इंटरकोर्स के समय दर्द होना
पेल्विक रीजन में दर्द
वेजाइनल डिस्चार्ज के फ्लो, रंग और गंध में बदलाव
मेनोपॉज के बाद वेजाइनल ब्लीडिंग
सर्वाइकल कैंसर से HPV वैक्सीन करेगा बचाव
सर्वाइकल कैंसर से बचाव में HPV वैक्सीन मददगार साबित हो सकता है। HPV वैक्सीन आपके शरीर में इम्यून सिस्टम को HPV से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाने में मदद करता है। HPV वैक्सीन का उपयोग करने वाले 98 % मामलों में ये एंटीबॉडी विकसित हुई हैं।
9-45 साल तक के लोगों को लगेगा HPV वैक्सीन
HPV वैक्सीन 9 साल के बच्चे से लेकर 45 साल तक के व्यक्ति को लगाया जा सकता है। हालांकि इसके पहले डोज के लिए 11-12 साल के बच्चे को लगाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा 26 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को HPV वैक्सीन लगाने की सलाह नहीं दी जाती है।
वहीं 15 साल से 26 साल के लोगों को HPV वैक्सीन के तीन डोज दिए जाएंगे। इसके अलावा 9 -26 साल के जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर है उन्हें भी तीन डोज की सलाह दी जाती है।