स्वस्थ रहने के लिए आयुर्वेद में सोने से लेकर जागने और खान-पान तक की दिनचर्या के नियमों और कई तरह की जड़ी-बूटियों का जिक्र किया गया है। इन्हीं जड़ी-बूटियों में से एक है त्रिफला, जो तीन फलों के चूर्ण से तैयार होता है। आंवला, बहेड़ा और हरड़। ये तीनों ही फल आपकी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। अगर त्रिफला चूर्ण को रोजाना दूध के साथ लिया जाए तो इससे सेहत को कई फायदे हो सकते हैं और स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
आयुर्वेद में त्रिफला को एक ऐसी औषधि भी माना जाता है जो वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करती है, जिससे आप स्वस्थ रहते हैं। रोजाना दिनचर्या में करीब 2 से 4 ग्राम त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से कई तरह के फायदे मिल सकते हैं। तो आइए जानते हैं किन स्वास्थ्य समस्याओं में त्रिफला चूर्ण फायदेमंद है।
बार-बार नहीं पड़ेंगे बीमार
त्रिफला चूर्ण में विटामिन सी और कई अन्य एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। यह तीनों दोषों को संतुलित रखने में मददगार है, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है, जिससे आपको बार-बार बीमार होना नहीं पड़ता।
कब्ज से मिलेगी राहत
जिन लोगों को कब्ज की समस्या रहती है, उन्हें इस समस्या से निजात पाने के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन करना चाहिए। दूध के साथ त्रिफला चूर्ण लेने से सुबह पेट साफ होने में परेशानी नहीं होती। साथ ही यह पाचन क्रिया को भी मजबूत बनाता है और अन्य समस्याओं से भी बचाता है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल
ब्लड प्रेशर कंट्रोल में भी त्रिफला का सेवन फायदेमंद माना जाता है, लेकिन जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है या फिर हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए कोई दवा ले रहे हैं, उनके लिए डॉक्टर से पूछकर ही त्रिफला का सेवन करना सही रहता है।
ये भी हैं फायदे
दूध के साथ त्रिफला लेने से आंखों को भी फायदा होता है साथ ही बाल को मजबूती मिलती हैं, जिससे बाल झड़ने की समस्या कम होती है। इसके अलावा त्रिफला के सेवन से रक्त संचार बेहतर होता है और हीमोग्लोबिन के उत्पादन में भी मददगार होता है।