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मानसून में रामबाण है तुलसी, कई हेल्थ प्रॉब्लम में मिलेगी राहत

भारत में ज़्यादातर घरों में तुलसी का पौधा होता है। औषधीय गुणों से भरपूर इस पौधे को आयुर्वेद में बहुत फ़ायदेमंद बताया गया है। तुलसी के पत्तों का सेवन कई तरह से किया जा सकता है जैसे सीधे खाना, काढ़ा बनाना, चाय में डालना, चूर्ण बनाना, तुलसी जल आदि। तुलसी वात, कफ, पित्त को कम करने में कारगर मानी जाती है, इसलिए बारिश के मौसम में तुलसी आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से निजात दिला सकती है।

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तुलसी का धार्मिक महत्व माना जाता है, वहीं आयुर्वेद में भी इसका विस्तार से वर्णन किया गया है। कई तरह के पोषक तत्वों के अलावा इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं और इसलिए मानसून के मौसम में इसे स्वास्थ्य के लिए और भी ज़्यादा फ़ायदेमंद माना जाता है। तो आइए जानते हैं कि मानसून में तुलसी के पत्ते आपके लिए कैसे फ़ायदेमंद हो सकते हैं।

रोज़ सुबह खाली पेट तुलसी के पत्तों का सेवन करना चाहिए

बदलते मौसम में वायरल इंफेक्शन से बचने के लिए इम्युनिटी बूस्ट होना बहुत ज़रूरी है। इसके लिए रोज़ सुबह तीन से चार तुलसी के पत्तों को गुनगुने पानी के साथ निगलना चाहिए। हालांकि, पत्तों को चबाने से बचें, नहीं तो ये आपके दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि लगातार 40 दिनों से ज़्यादा तुलसी के पत्तों का सेवन न करें।

गले की खराश और खांसी में दिलाए राहत

मानसून के दौरान कभी बारिश तो कभी गर्मी के कारण मौसम का तापमान उतार-चढ़ाव करता रहता है और इस कारण गले में खराश, खांसी, जुकाम जैसी समस्याएं होने लगती हैं। और इसमें राहत पाने के लिए तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पीने से भी राहत मिलती है या फिर चाय में तुलसी के पत्तों को डालकर सेवन कर सकते है।

पेट की समस्याओं से राहत

मानसून में बैक्टीरिया के पनपने या गलत खान-पान की वजह से पेट की समस्याएं काफी आम हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए 8 से 10 तुलसी के पत्ते लें और उन्हें थोड़े से जीरे के साथ पीस लें और शहद के साथ थोड़ा-थोड़ा करके खाने से काफी राहत मिलती है।

घावों में संक्रमण से बचाती है तुलसी

बारिश के मौसम में कई बार त्वचा पर चकत्ते या घाव होने से संक्रमण का डर रहता है। इससे बचने के लिए इस दौरान तुलसी के पत्तों का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण घाव में संक्रमण को रोकते हैं।

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