Health Tips: स्वस्थ रहने के लिए रोजाना आहार में दूध को शामिल करने को कहा जाता है और यह बच्चों के साथ-साथ बड़ों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि दूध में भरपूर पोषक तत्व होते हैं और इसलिए इसे संपूर्ण आहार माना जाता है। वहीं, दूध से बने उत्पाद जैसे पनीर और दही भी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को दूध और उससे बने उत्पाद खाने से बचना चाहिए, नहीं तो इससे फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।
दूध, दही और पनीर तीनों ही चीजों में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन बी12, विटामिन ए, विटामिन डी, जिंक, पोटैशियम, फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने समेत कई तरह से फायदेमंद होते हैं। फिलहाल आइए जानते हैं कि किन लोगों को दूध और उससे बने उत्पादों से दूर रहने की जरूरत है।
लैक्टोस इंटॉलरेंस वाले लोग दूध के सेवन से बचना चाइये।
जिन लोगों को लैक्टोज इंटॉलरेंस होती है उन्हें दूध पीने के बाद अपच, सूजन, दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे लोगों को दूध के साथ पनीर खाने से बचना चाहिए। हालाँकि दही का सेवन किया जा सकता है।
दिल की जुड़ी समस्या वाले लोग ध्यान रखें ये बातें
हृदय रोग से पीड़ित लोगों को फुल फैट दूध और इसके उत्पादों का सेवन नहीं करना चाहिए, अन्यथा यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। हालांकि, दूध, पनीर या दही को पूरी तरह बंद करने की बजाय डेयरी उत्पादों का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
यदि आप ये दवाएँ ले रहे हैं तो डेयरी उत्पाद न लें
जो लोग बिसफ़ॉस्फ़ोनेट दवाएँ ले रहे हैं उन्हें दूध या दूध से बने उत्पादों का सेवन कम करना चाहिए। दरअसल, ये वो दवाएं हैं जिनका इस्तेमाल हड्डियों के घनत्व को कम होने से रोकने के लिए किया जाता है। दरअसल, इन दवाओं का इस्तेमाल हड्डियों की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं में किया जाता है। इसलिए इस दौरान दूध या अन्य डेयरी उत्पादों का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।