जिस तरह आपने नए साल का स्वागत किया हैं, इस तरह चाहिए कि आप अपने गमों को भूल कर नई जिंदगी की शुरुआत करें क्योंकि जिंदगी में हर हाल में खुश रहना ही इंसान की सबसे बड़ी ताकत होती हैं। इस भागती हुईं और कंपटीशन से भरी भाग दौड़ जिंदगी में इंसान न चाहते हुए तनाव का शिकार हों जाता हैं। आज हम अपने रोज़ की आदतों में कुछ सुधार कर कैसे तनाव और उदासी से बच सकते हैं इसके बारे में बात करेंगे ……
मुस्कुराइए :
जी हां मुस्कुराने से तनाव में काफी राहत मिलती है तनाव से राहत पाने के लिए स्माइलिंग फ्लैश मोब का आयोजन भी कई सालों से कुछ देशों में हो रहा है वैसे तो यह जापान से निकला एक तरीका हैं। लेकिन इसे अमेरिका ब्रिटेन और भारत में भी बहुत पसंद किया गया हैं ।विज्ञान की सुने तो वह भी कहता है कि भले ही आप जबरदस्ती अपने होठों को खींचकर मुस्कुराइए लेकिन इससे मूड को बूस्ट करने वाले एंड्रोफेन हार्मोन पैदा होते है और आप बेहतर महसूस करते हैं। उदासी होने पर अपने चेहरे पर मुस्कुराहट खींचना आपको प्रेरणा से भर देगा।
शांत रहें जो लोग कठिन समय में हालातो को अपने ऊपर हावी नही होने देते और शांत दिमाग रखते हैं उनमें तर्कसंगत निर्णय लेने और तनावपूर्ण स्थितियों को प्रभावित ढंग से संभालने की अधिक संभावना होती हैं। तो जब भी आप अपना सय्यम खोए या तनाव महसूस करे तो उल्टी गिनती करें और खुद को शांत रखे।
नैप लेना हो सकता है मददगार :
समय समय पर विश्राम करें। नैप लेने से हमारा दिमाग शांत होता है और उससे काम करने की इच्छा जाग जाती हैं। नैप लेने से आपके शरीर और दिमाग दोनों को विश्राम मिलता हैं जिससे आप एकदम तनाव मुक्त हो जाते हैं।
अच्छी डाइट और व्यायाम हैं ज़रूरी तनाव दूर करने के लिए रोज़ व्यायाम और अच्छी डाइट का लेना भी बेहद जरूरी है जिससे आपके शरीर और दिमाग दोनों को काम करने के लिए अच्छी ऊर्जा मिलती हैं।
कैम्पिंग और प्रकृति में समय बिताएं:
प्रकृति में वक्त बिताने से भी आपका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इससे आपको ताज़ी हवा के साथ –साथ अकेलापन और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से काफी हद तक राहत मिलती हैं।
बदलाव को स्वीकार करें जर्नल ऑफ़ ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक जो इंसान बदलती परिस्थितियों के अनुसार अपने व्यवहार को बदल लेते हैं उनमें तनाव और दबाव को संभालना ज्यादा सक्षम होता हैं।वह अपने आसपास हुए परिवर्तन को स्वीकार कर उसके हिसाब से काम करना शुरू कर देते हैं। वह परिवर्तन सफलता की और एक सीढ़ी के रूप में देखते हैं आवश्यकता पड़ने बदलाव करने के लिए तैयार रहते हैं।